सिकंदरपुर(बलिया)। घाघरा नदी का पानी एक बार पुन: तेजी से बढ़ने लगा है. इससे कटान में तेजी आ गई है. यह देख तटवर्ती लोग दहशत में आ गए हैं. नदी के जल में तेज बहाव व बढ़ाव ने दियारे के किसानों की बेचैनी बढ़ा दी है. नदी के रुख से घबराए किसान एक बार पुन: अपना डेरा डंडा समेटने लगे हैं. इसी के साथ दियारा सिसोटार के पूरब तरफ स्थित मगही में कटान शुरू हो जाने से वहां के किसानों की बेचैनी बढ़ती जा रही है. पिछले 24 घंटे में नदी के जलस्तर में करीब सवा फीट की वृद्धि हुई है जबकि काफी उपजाऊ भूमि फसलों सहित कट कर नदी में समाहित हो चुकी है. यहां नदी कई वर्षों से जमीन काटती हुई रिंग बंधा की तरफ बढ़ती जा रही है. बंधा से नदी अब मात्र छह से सात सौ मीटर दूरी पर रह गया है. यह सिलसिला अभी भी तेज गति से जारी है. पिछले कई दिनों से नदी का पानी धीमी गति से बढ़ाव पर था. शनिवार को सुबह से ही उसने रफ्तार पकड़ लिया और जलस्तर तेजी से बढ़ने लगा. इस दौरान बाढ़ का पानी नदी के पुराने छाड़न में भर कर ऊपरी भागों में स्थित खेतों में फैलने लगा है. इससे किसानों का दियारा आवागमन कठिनाई पूर्ण होता जा रहा है. छाड़न के पार जाने के लिए उन्हें तीन से चार फीट पानी से होकर गुजरना पड़ रहा है. किसानों ने बताया कि नदी जल में घट बढ़ का खेल जिस तरह जारी है वह खतरनाक है. इसी तरह का खेल खेलते हुए नदी का पानी कभी भी पेटे से बाहर आकर तबाही मचा सकता है.
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