इलाहाबाद। उत्तर प्रदेश पीसीएस 2017 की मुख्य परीक्षा में गलत प्रश्न पत्र बांटने के मामले में लोक सेवा आयोग ने जीआईसी के केंद्र व्यवस्थापक, केंद्र पर तैनात स्टैटिक मजिस्ट्रेट, सहायक पर्यवेक्षक, अतिरिक्त पर्यवेक्षक और प्रिंटिंग एवं पैकेजिंग संस्थान के खिलाफ FIR दर्ज कराई है. कोतवाली पुलिस ने आयोग के अनुसचिव सतीश मिश्र की तहरीर पर FIR दर्ज की है. उधर, यूपीपीएससी ने समाजशास्त्र के
लोक सेवा आयोग ने मंगलवार देर रात तहरीर देकर प्रिंटिंग प्रेस एवं पैकेजिंग संस्थान पर सामान्य हिंदी के पैकेट में निबंध का प्रश्न पत्र डालने समेत केंद्र में नियुक्त अधिकारियों पर लापरवाही का आरोप लगाया है. आयोग की परीक्षाओं के पेपर प्रिंटिंग प्रेस से सील होकर कोषागार में भेजे जाते हैं. परीक्षा वाले दिन आयोग कर्मी मजिस्ट्रेट की देखरेख में पेपर केंद्र तक पहुंचाते हैं.
समाज कार्य समेत अन्य विषयों की परीक्षा आज
21 जून को समाजकार्य समेत अन्य विषयों की परीक्षा होनी है , ऐसे में प्रतियोगी छात्र परीक्षा की तैयारी में ही जुटे रहे, इस कारण आयोग के कार्यालय पर सन्नाटा पसरा रहा. एहतियातन आयोग कार्यालय पर पुलिस तैनात रही. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि फिलहाल किसी तरह की अशांत की सूचना नहीं है. इसी क्रम में टाइम्स आफ इंडिया के मुताबिक यूपीपीएससी ने समाजकार्य के पेपर के लीक होने की अफवाह को बेबुनियाद बताया है.
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7 छात्र रिहा, ऋचा की नहीं हुई रिहाई
UPPCS की 19 जून को हुई परीक्षा निरस्त करने के बाद हुए बवाल के मामले में गिरफ्तार किए गए 7 प्रतियोगी छात्र-छात्राएं बुधवार को निजी मुचलके पर रिहा कर दिए गए . पुलिस का कहना है कि घटना में उनकी भूमिका की जांच की जा रही है. फिलहाल परीक्षा को देखते हुए उन्हें रिहा किया गया है , हालांकि इसी मामले में गिरफ्तार की गईं समाजवादी पार्टी की प्रदेश प्रवक्ता ऋचा सिंह की रिहाई नहीं हो सकी है.