सार्वजनिक वितरण व्यवस्था चुस्त कराने की बैठक में खुली विभाग की पोलपट्टी

गिने चुने कोटेदार ही वितरण प्रमाणपत्र पर प्रधानों से कराते हस्ताक्षर

आधारकार्ड मामले मे प्रधानो को दरकिनार कर खुद विभाग कराता है कोटेदारों से सत्यापन

बैरिया(बलिया)। सार्वजनिक वितरण व्यवस्था को चुस्त दुरुस्त बनाने व राशनकार्डों को शतप्रतिशत आधार नम्बर से जोड़ने के लिए उपजिलाधिकारी अनिल कुमार चतुर्वेदी ने शुक्रवार को तहसील क्षेत्र के ग्रामप्रधान, सचिव व सस्ते-गल्ले दुकानदारों के साथ बैठक किया. बैठक में ग्राम प्रधानों ने वितरण से सम्बंधित कई सवाल उठाए. ग्राम प्रधानों का आरोप था कि अनियमितता करने वाले दुकानदार प्रधान पर झूठा आरोप लगाकर वितरण प्रमाणपत्र प्रधान से लेने के बजाय लेखपाल से लेने के लिए आदेश करवा लेते हैं. आपूर्ति विभाग व तहसील प्रशासन बिना किसी तरह के जांच के लेखपालों से प्रमाणपत्र लेने की अनुमति दे देता है. लेखपाल घर बैठे बिना किसी जांच के सुविधा शुल्क लेकर वितरण प्रमाण पत्र दुकानदारों को दे देते है.

एसडीएम ने प्रधानों को बताया कि राशन वितरण के लिए प्रधान अध्यक्ष होता है, गांव में सतकर्ता समितियां बनी है. उस समिति का भी प्रधान अध्यक्ष होता है. ऐसे में प्रधानों ने पूछा कि कब सतकर्ता समिति का गठन हुआ? समिति में कौन-कौन लोग हैं? आज तक हमें मालूम ही नही है.

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दुर्जनपुर के प्रधान प्रतिनिधि कृष्ण कुमार यादव ने शिकायत किया कि हमारे ग्राम पंचायत के केन्द्र दुर्जनपुर के सम्बद्ध दुकानदार 689 पात्रगृहस्ति कार्ड धारकों के सापेक्ष 589 कार्डधारकों में ही खाद्यान्न वितरण किया जाता है. 100 पात्रगृहस्थी कार्डधारकों का खाद्यान्न कहां जाता है, पता नहीं चलता. गंगापुर के प्रधान प्रतिनिधि दीनदयाल प्रसाद ने कहा कि हमारे यहा वितरण प्रमाण पत्र प्रधान के जगह लेखपाल दे रहे है. चाईछपरा के प्रधान हरे रामयादव ने कहा कि प्रधानों को वितरण व्यवस्था से ही दूर कर दिया जा रहा है. शिवपुर कपूर दीयर के प्रधान वीरेन्द्र यादव ने कहा कि सतकर्ता टीम कब बनी कौन सदस्य है ? हमें नही मालूम. यह सब हम आज सुन रहे हैं. कई प्रधानों ने शिकायत किया कि आधार कार्ड नम्बर कई बार दिया गया है. लेकिन आपूर्ति विभाग फीडिंग नही कर रहा है. हम लोगों को निर्देशित किया जाता है. तब तक जिलापूर्ति अधिकारी कोटेदारों से आधार नम्बर जुटवाने लगते हैं. उपजिलाधिकारी अनिल कुमार चतुर्वेदी ने पूर्ति निरीक्षक श्यामनाथ को आदेशित किया कि वितरण प्रमाण पत्र सिर्फ प्रधानों का ही मान्य होगा. कहा कि दोसी दुकानदार बक्से नहीं जाएंगे.जानकारी दिया कि तहसील के आठ ऐसे राशन दुकानदार हैं, उनके दुकानों पर महज 20 प्रतिशत राशनकार्ड आधार से लिंक हुए है. तहसील क्षेत्र के रेवती आंशिक आधार कार्ड फीडिंग में ठीक है. जबकि बैरिया व मुरलीछपरा की स्तिथि एक दम खराब है. उक्त मौके पर खण्ड विकास अधिकारी रणजीत कुमार,पूर्ति निरीक्षक श्यामनाथ आदि मौजूद रहे.

नजारा ऐसा भी रहा..

वितरण प्रणाली को दुरुस्त बनाने के लिए एसडीएम अनिल कुमार चतुर्वेदी ने प्रधान, सचिव व दुकानदारों की बैठक 11 बजे बुलाये थे. बैठक में प्रधान तहसील के सभागार में समयानुसार 11 बजे पहुंच गए. वहां न पंखा चल रहा था और न कोई अधिकारी उपस्थित थे. ऐसे में गर्मी से परेशान अधिकतर प्रधान साढ़े 11 बजे वापस चले गए. चर्चा मे रहा कि नियमानुसार प्रधानों को बुलाया गया, लेकिन आपूर्ति विभाग की मंशा यही रही कि प्रधान इस बैठक में शरीक न हो पाएं.
11 बजकर 40 मिनट पर एसडीएम बैरिया व पूर्ति निरीक्षक बैठक के लिए पहुंचे. वहीं खण्ड विकास अधिकारी रणजीत कुमार 12 बजे पहुंचे. खास यह रहा कि बैठक में साढ़े 12 बजे तक सस्ते-गल्ले दुकानदार नही दिखाई दिए. इस बाबत एसडीएम बैरिया ने कहा कि गर्मी से कुछ लोग चले गए होंगे. बैठक शुरू हुआ है धीरे-धीरे आ जाएंगे.