बैरिया के विकास के लिए घातक साबित हो रहे हैं जनप्रतिनिधि के आचरण
धरना देकर किया लखनऊ-छपरा एक्सप्रेस ट्रेन के ठहराव की मांग
31 मई तक ठहराव शुरू न होने पर दी रेल चक्का जाम की चेतावनी
मझौवां/ सुरेमनपुर(बलिया)। सुरेमनपुर रेलवे स्टेशन पर बुधवार को इंटक जिलाध्यक्ष विनोद सिंह के नेतृत्व में सर्वदलीय धरना-प्रदर्शन किया गया. धरना सभा में सुरेमनपुर रेलवे स्टेशन पर लखनऊ-छपरा एक्सप्रेस ट्रेन के ठहराव की मांग करते हुए सर्वदलीय वक्ताओं ने विगत तीन मार्च को बैरिया विधायक सुरेन्द्र सिंह के होली मिलन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि आये रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा की ट्रेनों की ठहराव को लेकर की गई घोषणा का खूब मजाक उड़ाया. इंटक नेता विनोद सिंह ने कहा कि यह सरकार सिर्फ घोषणा कर रही है, धरातल पर कुछ भी नही. उसमें भी बलिया के पूर्वी इलाके की उपेक्षा यहा के भाजपा जनप्रतिनिधियों के वजह से ही होना बताया. कहा कि यहां के जनप्रतिनिधि बालू और शराब के दायरे से ऊपर उठ ही नही पा रहे हैं. विकास क्या खाक करायेंगे.यह पूरा द्वाबा समझ रहा है.
ज्ञात रहे कि विगत तीन मार्च की सभा मे रेल राज्य मंत्री ने लखनऊ-छपरा एक्सप्रेस ट्रेन को 15 दिन के अन्दर और कुछ समय बाद गोदिया एक्सप्रेस के भी रुकने की घोषणा की थी, गांवों को वाई फाई से जोड़ने और पोस्ट आफिस खोलने की भी घोषणा की. न तो काम हुआ न कोई कवायद ही शुरू हुई. लोग इंतजार करते रहे और किसी ट्रेन का ठहराव नही हुआ. जनाक्रोश बढ़ने लगा है. जिसका नजारा सुरेमनपुर रेलवे स्टेशन परिसर में सर्वदलीय धरना-प्रदर्शन में देखने को मिला. अब तक खामोश बैठे लोग भाजपा सरकार व इलाके के जनप्रतिनिधियों को खुलकर कठघरे में खड़ा किए. विरोध के स्वर इतना मुखरित हुए कि अभी हाल ही में बैरिया विधान सभा का एक भी गांव मुख्यमंत्री समग्र विकास गांव चयनित न होना तथा पहले से लिस्ट मे शामिल गांव को सूची से बाहर कर देना जनप्रतिनिधि द्वारा अधिकारियों कर्मचारियों से गाली गलौच व दुर्व्यवहार का परिणाम बताया. सार्वजनिक रूप से धरना के दौरान कहा गया कि द्वाबा का विकास अवरुद्ध होने का सबसे बड़ा कारण यहां के जनप्रतिनिधि ही हैं.
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पूर्व जिला पंचायत सदस्य व सपा नेता लालू यादव ने कहा कि सपा सरकार में स्वीकृत योजनाओं व धन का ही ठीक से उपयोग हो जाय तो भी विधान सभा क्षेत्र का काफी विकास हो जाएगा. इनके पास घोषणा व लम्बी लम्बी बातें हैं. कोई योजना ही कहाँ है. तंज करते हुए कहा कि तीन मार्च के होली मिलन समारोह के बाद फेसबुक, ट्वीटर, वाट्सप व अखबारों में मोटे-मोटे मे आया सौगातों की बरसात. लोग कहते फिरे कि ट्रेनों के ठहराव व डाकघरों के खुल जाने तथा गांवों के वाई फाई से जुड जाने से बैरिया विधान सभा क्षेत्र के लोगों के रोज लाखो रूपए बचेगे. लेकिन समय आने पर सब टांय टांय फिस्स हो गया. असलियत सामने आ गई.
रेल राज्य मंत्री जी घोषणा किये है कि नहीं मुझे नहीं मालूम. मेरी जानकारी में सुरेमनपुर में किसी ट्रेन को रोकने की प्रक्रिया नहीं चल रही है. किसी ट्रेन के ठहराव की प्रक्रिया की अधिकतम समय सीमा दो से तीन सप्ताह का होता है. हमारे यहां गोरखपुर मण्डल रेल प्रबन्धक के यहां से आदेश आ जाता है. लेकिन ऐसी कोई सूचना नही है.
एसके झा डीआरएम वाराणसी
लगभग पांच घण्टे धरना पर बैठने के बाद रेलवे के यातायात निरीक्षक अनिल कुमार यादव, स्टेशन अधीक्षक एपी मिश्र को ज्ञापन सौंपा गया. जिसमे 31 मई तक ट्रेन का ठहराव शुरू कर देने की मांग की गई है. अन्यथा की स्तिथि में ठहराव शुरू न होने पर बड़े स्तर पर पूरे द्वाबा से चलावा कर सर्वदलीय ढंग से रेल का चक्का जाम करने की चेतावनी दी गयी है. इस अवसर पर श्रीनाथ सिंह चौहान, प्रभात सिंह, जयराम सिंह, नितेश सिंह, लालू यादव, राहुल सिंह, अशोक सिंह आदि रहे. जबकि व्यापक पैमाने पर आरपीएफ व पुलिस बल उपस्थित रहा. जिसमे क्षेत्राधिकारी बैरिया उमेश कुमार, आरपीएफ इंस्पेक्टर शत्रुधन द्विवेदी, एसएचओ बैरिया गगनराज सिंह, उपनिरीक्षक शशिकांत राय, रवीन्द्र पाण्डेय, विजयप्रताप सिंह, योगेन्द्र सिंह, वीरेन्द्र दुबे आदि उपस्थित रहे.