थानों पर पुलिस कर्मियों का टोटा, नेता लेकर घूमते हैं सुरक्षा का काफिला

जनता के सेवक को जनता से कैसा डर

दुबहड़ (बलिया)। आज देश में जिस तरीके से पुलिस थानों में लोगों की सुरक्षा के लिए पुलिस कर्मियों की भारी कमी देखने को मिल रही है, इसके पीछे सरकार की गलत नीतियां ही जिम्मेदार हैं. उक्त बातें मंगल पाण्डेय विचार मंच के अध्यक्ष कृष्णकांत पाठक ने भारत सरकार के केंद्रीय गृह राज्यमंत्री हंसराज गंगाराम अहीर के उस बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कही, जिस पर उन्होंने देश में पुलिस कर्मियों की कमी होने की बात कही थी.
कृष्णकांत पाठक ने मीडिया सेंटर अखार पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि आज पूरे प्रदेश ही नहीं बल्कि देश के जनता की सेवा की शपथ लेने वाले राजनेताओं के सुरक्षा में ही भारी मात्रा में पुलिसकर्मी लगाए गए हैं. जो इनके पूरे परिवार के साथ गनर के रूप में घरेलू कार्य कर रहे है.

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अगर इन्हें ही हटाकर थानों पर तैनात कर दिया जाए तो पुलिसकर्मियों की कमी तुरंत पूरी हो जाएगी. कहा कि एक एक मंत्री और एक विधायक के पास उनके पूरे परिवार को मिलाकर पांच से दस सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की गई है. जिनको वेतन सरकार द्वारा जनता की गाढ़ी कमाई के पैसे से ही दिया जाता है. उन्होंने कहा कि आम जनता की सुरक्षा की शपथ लेने वाले हमारे राजनेता एवं अधिकारी अपनी झूठी शान में सुरक्षा का काफिला लेकर चलते हैं. वहीं लाखों लोगों की सुरक्षा के लिए बनाए गए थानों पर पुलिसकर्मियों का हमेशा से टोटा रहा है. अगर सरकार इस विषय पर ध्यान देते हुए देश के राजनेताओं और जिम्मेदार अधिकारियों से सुरक्षा में लगे सुरक्षाकर्मियों की कटौती कर थानों पर तैनाती करें तो जनता की सुरक्षा के लिए पुलिसकर्मियों की कोई कमी नहीं होगी.