रसड़ा (बलिया)। कोतवाली क्षेत्र के मुंडेरा गांव में सोमवार की रात बिजली विभाग की लापरवाही से एक रसोइया महिला की विद्युत करेण्ट की जद में आने से मौत हो गयी. हादसे के बाद ग्रामीण आक्रोशित हो उठे और उपकेन्द्र पर पहुंच गए. ग्रामीणों को देख उपकेन्द्र पर तैनात कर्मचारी तालाबंद कर वहां से फरार हो गये. ग्रामीण मृतका के शव को मार्ग पर रखकर देर रात्री दो घण्टे तक मुआवजे व विद्युत कर्मियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग को लेकर प्रदर्शन किया. सूचना पर पहुचे एसडीएम बाबूराम चौधरी, क्षेत्राधिकारी अवधेश चौधरी, कोतवाल जगदीशचन्द्र यादव, एसआई संतोष कुमार यादव के समझाने व आश्वासन पर ग्रामीण माने. पुलिस शव को कब्जे में लेकर मृतका के पति विंध्याचल गोंड़ की तहरीर पर अज्ञात विद्युत कर्मचारी के विरुद्ध मामला दर्ज कर आवश्यक कार्यवाही में जुट गयी. सोमवार की रात करीब 8 बजे प्राथमिक विद्यालय में कार्यरत रसोइया विन्दु देवी 45 वर्ष पत्नी विंध्याचल गोंड़ खेत में शौच करने गयी थी. ऊपर से गुजर रहा जर्जर विद्युत तार टूट कर बिन्दु देवी पर गिर गया. जिससे वह उसके चपेट में आने से गंभीर रूप से झुलसकर घायल हो गयी. आनन-फानन में ग्रामीण उसे 108 एम्बुलेंस की मदद से सीएचसी ले आये, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया. ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि मुड़ेरा विद्युत उपकेंद्र पर तैनात जेई रामबाबू राय प्राइवेट में आसपास के गांवों के अप्रशिक्षित युवकों से लाइनमैन का काम करवाता है. जिससे जर्जर तार सही से नही जोड़े जाते है. आये दिन विद्युत आपूर्ति मे खराबी व हादसे होते रहते है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पूर्वमंत्री सुरेंद्र सिंह ने एसडीएम बाबूराम से मांग किया कि पीड़ित परिवार काफी गरीब है, इसकी भरपूर आर्थिक मदद की जानी चाहिये और दोषी विद्युत कर्मियों के विरुद्ध कठोरतम दंडनात्मक कार्रवाई की जाय. इस मौके पर प्रधान प्रतिनिधि हरेन्द्र यादव, सर्वेंद्र विक्रम सिंह, यशवंत सिंह, राजेश सिंह, पिंटू वर्मा, गयासुद्दीन अंसारी, बसंत गोंड़, श्यामबिहारी गोंड़, अशोक राम, जैनुल आदि सैकड़ों लोग रहे.
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