सुखपुरा (बलिया)। बेरुआरबारी ब्लाक मुख्यालय पर स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर अपेक्षित स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध नही है. कहने को यहा सात चिकित्सक की तैनाती है. उसके बाद भी मरीजों को काफी समस्या का सामना करना पड़ रहा है.
सपा सरकार के ढ़ुलमुल स्थिति से नराज लोगो ने भाजपा को प्रचण्ड बहुमत दिया. मुख्यमंत्री बनते ही योगी आदित्य नाथ ने शिक्षा, स्वास्थ्य पर विशेष जोर देने की बात भी कही. लेकिन इसका बेरुआरबारी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर कोई असर नही दिख रहा है. करीब पचास हजार की आबादी के बीच यह एक मात्र अस्पताल है. यही देखते हुये यहा पर तीन एमबीबीएस व चार आयुष चिकित्सक तैनात किए गये है. इन चिकित्सको की तैनाती का उद्देश्य लोगो की सुविधा है. लेकिन इन चिकित्सकों ने अपने अपनी सुविधा के अनुसार अपने मे ड्युटी बाट रखा है. इसकी जानकारी मुख्यचिकित्सा अधिकारी तक को भी नही है. यह सब देखकर यह कहानी चरितार्थ होती है कि राजा को पता नही भीलो ने बाट लिया वन.
बेरुआरबारी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के हालात के बारे मे जब मुख्यचिकित्सा अधिकारी से बात कि गई तो पहले वह यह मानने को तैयार नही थे कि वहाँ कोई चिकित्सक नही है. जब वार्ड मोबाइल पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी से ब्वाय से बात कराई गई हुई तो वह यहा के हालत को समझे. गुस्से मे कहा कि आज जिस चिकित्सक की तैनाती है. उसका एक दिन का वेतन काटना पड़ेगा.
यहां विज्ञापन देने के लिए फॉर्म भर कर SUBMIT करें. हम आप से संपर्क कर लेंगे.
प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र बेरुआरबारी मे दवा का भी अभाव है. कुछ दवाओं को छोड़ दिया जाय तो यहा इमरजेंसी के लिए कोई दवा उपलब्ध नही है. सीएमओ ने वार्डब्वाय से कुछ जानकारी मांगी तो वह कुछ भी बताने मे असमर्थ रहा.