रसड़ा (बलिया)। उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ के तत्वाधान में लेखपालों ने मंगलवार को अपनी छः सूत्रीय मांगों के समर्थन में तहसील प्रांगण में धरना प्रदर्शन व आम सभा किया. मांगों का मुख्यमंत्री से संबोधित ज्ञापन उपजिलाधिकारी बाबू राम को सौंपा. उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ द्वारा शासन को दिए गए मांगपत्र राजस्व परिषद की संस्तुति व प्रशासन की सहमति के बावजूद कोई शासनादेश एवं नियमावली निर्गत न किए जाने पर लेखपालों ने विधायकों व मंत्रियों द्वारा अपमानजनक टिप्पणी किए जाने पर आक्रोशित लेखपाल नारेबाजी करते हुये तहसील प्रांगण में पहुचे. प्रदर्शन व आमसभा में लेखपालों ने अपनी मांगे लेखपाल पद की शैक्षिक अहर्ता स्नातक करने व पदनाम राजस्व उपनिरीक्षक करने तथा प्रारंभिक वेतनमान ग्रेड पे 2000 हजार से बढ़ाकर 2800 करने, एसीपी विसंगति दूर करने, राजस्व निरीक्षक के पदों पर सीधी भर्ती समाप्त कर लेखपालों को पदोन्नति द्वारा राजस्व निरीक्षकों के सभी पदों पर भरने, विशिष्ट परिस्थितियों में लेखपाल में प्रदेश की किसी भी जनपद में स्थानांतरण करना, लैपटॉप व स्मार्टफोन उपलब्ध कराने, वर्ष 2001 में चयनित 2003 – 04 में प्रशिक्षित किंतु किन शासन/ परिषद स्तर से विलंब के कारण दिनांक 1 अप्रैल 2005 के बाद नियुक्त लेखपालों को विज्ञप्ति चयन प्रशिक्षण के समय पुरानी पेंशन व्यवस्था को लाभ प्रदान करने आदि मांगों को लेकर आवाज बुलंद किया. इस मौके पर अध्यक्ष देवेन्द्र नाथ राय, सुधीर कुमार पाण्डेय, विपिन बिहारी राय, मार्कण्डेय दीक्षित, चौधरी विजय कुमार, रविन्द्र यादव, कामेश्वर यादव, जितेन्द्र राम, बलवीर सिंह, नंदलाल सिंह, शैलेन्द्र खरवार, अरविंद सिंह, संजीत श्रीवास्तव, आदि उपस्थित रहे.
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