नहीं माना, सिकंदरपुर भी पहुंच ही गया चोटीकटवा

सिकंदरपुर (बलिया)। पुलिस को पूरे देश में अब तक चोटीकटवा के बारे में कोई ठोस सबूत नहीं मिला है. मनोचिकित्सक समझा रहे हैं कि यह सिर्फ लोगों का भ्रम है जो सामूहिक सनक यानी मॉस हिस्टीरिया में बदल रहा है. पुलिस भी समझा रही है कि लोग चोटी कटवा की अफवाहों पर ध्यान न दें. इसके बावजूद स्थानीय लोगों की माने तो सिकंदरपुर क्षेत्र में भी चोटी कटवा ने दस्तक दे दिया है.

बताया जाता है कि चोटी कटवा का पहला शिकार थाना क्षेत्र के किकोढ़ा गांव निवासी समुंदरी देवी (35) पत्नी मुन्ना यादव हुई हैं. उसने उनकी पूरी चोटी काट डाली है. चोटी काटने की जिले में हुई यह पहली घटना इलाके में चर्चा का विषय बनी हुई है. लोग हकीकत जानने के लिए उनके दरवाजे पर दौड़े चले आ रहे हैं.

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सूचना के अनुसार सुंदरी रात में अपने कच्चे मकान में सो रही थी. उसी दौरान रात में किसी समय कोई चुपके से आया है और उसकी चोटी काट कर चला गया. चोटी कटने का पता उसे सुबह सोकर उठने पर चला. अपनी चोटी कटा देख वह भौंचक रह गई, तभी से वह किसी अनहोनी की आशंका से भयभीत है. सुबह उसने परिवार के सदस्यों को चोटी कटने की बात बताई, तो वह भी परेशान हो गए. थाना क्षेत्र में चोटी कटने की हुई इस घटना की सूचना तत्काल फैल गई. घटना के बारे में जानकारी करने व समुंदरी को देखने हेतु लोगों की आवाजाही लगी हुई है. इस दौरान सूचना पाकर पुलिस ने भी मौके पर पहुंच अपने स्तर से जांच शुरू कर दिया है.