सिर्फ कागजों पर नहीं, धरातल पर दिखे विकास कार्य – डीएम

​बैरिया (बलिया)। जिलाधिकारी बलिया सुरेन्द्र विक्रम का मंगलवार बैरिया तहसील समाधान दिवस पर आना विशेष रहा. तहसील दिवस के अलावा भी कई जगहों पर आकस्मिक निरीक्षण कर वहां  के बेहतरी के लिये जरूरी निर्देश दिये. कहीं फटकार लगाये तो कहीं प्रोत्साहित भी किये. इस संवाददाता द्वारा पूछे जाने पर बताये कि यद्यपि कि हमारे पास संसाधनों की कमी है. लेकिन हमारी यह कोशिश है कि जो भी उपलब्धता है उसका तो पूरा पूरा उपयोग किया जाय. जगह जगह अधिकारियों व कर्मचारियों को यही निर्देश भी दिये.

पीजी कालेज सुदिष्ट पुरी में पहुंचे डीएम

श्री सुदृष्टि बाबा स्नातकोत्तर महाविद्यालय सुदिष्ट पुरी रानीगंज बैरिया के प्रशासक व जिलाधिकारी सुरेंद्र विक्रम ने मंगलवार को महाविद्यालय का निरीक्षण किये. उन्होंने महाविद्यालय में पठन पाठन व अन्य जरूरी व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के निर्देश दिए. कहा जिन चीजों की जरूरत हो मुझे बताएं. लेकिन विद्यालय में बेहतर पठन-पाठन का माहौल बने. महाविद्यालय व वहां के कर्मचारियों के हित में कुछ प्रस्ताव भी प्रस्तुत करने को कहा. प्रत्येक क्लास रूम, कम्प्यूटर कक्ष, कार्यालय, शौचालय व महाविद्यालय परिसर में भ्रमण किये. कहा कि क्लास रूम में आवश्यकतानुसार और पंखे लगाया जाय. परिसर में प्रकाश के लिए बड़े बड़े दो लाइट लगाई जाए.

गेट निर्माण कार्य को देखने के बाद निर्देश दिया कि चौकीदार के लिए  एक छोटा कमरा भी गेट पर ही बनाया जाए. जिलाधिकारी ने कहा कि कम्प्यूटर ऑपरेटर का मानदेय 5 हजार से बढ़ाकर 10 हजार करने सम्बन्धी प्रस्ताव दें. वित्तीय अभिलेखों से सम्बंधित जानकारी लेखाकार से ली. सन 2003 से अब तक का स्टॉक रजिस्टर तलब किया. कम्प्यूटर कक्ष में अच्छे स्पीड की इंटरनेट व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया. कहा कि कम्प्यूटर की ऐसी ट्रेनिंग दी जाए जिससे प्रत्येक छात्रों को कम्प्यूटर की बेसिक जानकारी हो जाए. इस दौरान मुख्य कोषाधिकारी प्रकाश सिंह,  प्राचार्य सुधाकर तिवारी समेत महाविद्यालय परिवार के सदस्य मौजूद रहे.

बैरिया ब्लाक का भी किये निरीक्षण 

जिलाधिकारी ने शाम को विकास  खण्ड बैरिया का निरीक्षण किया. मनरेगा कक्ष में रखे कम्प्यूटर चालू   करके रिपोर्ट दिखाने के लिए कहा तो कम्प्यूटर आपरेटर ने सर्वर डाउन होने की बात कह हाथ खड़ा कर दिया. कैशियर कक्ष में ताला लटका मिला. इस बाबत खण्ड विकास अधिकारी अवधेश कुमार सिंह ने कहा कि अभी नए कैशियर को चार्ज नहीं मिला है. जिस पर नराजगी जताते हुए डीएम ने कहा कि बुधवार के शाम तक चार्ज नहीं मिला तो एफआईआर करा दूंगा. एडीओ पंचायत का कमरे का निरीक्षण के दौरान कमरे में फालतू समान रखा मिला. एडीओ पंचायत का भी कम्प्यूटर चालू नहीं हो सका.

बताया गया कि कम्प्यूटर आपरेटर गंगा किनारे ड्यूटी में गया है. डीएम ने निरीक्षण के दौरान कई खामियों को देखा, इसके लिए वीडियो व एडीओ पंचायत को कड़े शब्दों में चेतावनी दी. वही सभा कक्ष में बीडीओ, एडीओ व ग्राम पंचायत सचिवों के साथ बैठक में भी जम कर क्लास लिया, सचिवो से पूछा मार्च 2017 से अब तक आप लोग अपने गांव में कौन कौन सा कार्य किये हो इस पर कई सचिव के पास जबाब नहीं था. एक सचिव गिरीश कुमार पांडेय ने इंटरलाकिंग कार्य व हैण्ड पम्प मरम्मत कार्य का होना बतलाया. जिस पर डीएम ने कहा कि मार्च से अब तक ढाई करोड़ रुपये पड़ा है. सबसे छोटे गांव में भी कम से कम 15 लाख रुपये खाते में पड़ा हुआ है. लेकिन विकास के नाम पर एक रुपया खर्च नहीं किया जा रहा है. यहा तक कि गर्मी में हैंडपंपों का मरम्मत तक नहीं कराया गया और न प्रकाश की व्यवस्था की गई.

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चेतावनी दिया कि की दो माह में विकास कार्य दिखने चाहिए, साथ ही कहा कि जिस गांव में सिर्फ कागजों पर काम हुए है, वहां दो माह में काम करवा दो अन्यथा निरक्षण में खामी मिली तो करवाई होगी. उक्त मौके पर एडीओ पंचायत अरविन्द कुमार श्रीवास्तव, सचिव उमेश कुमार सिंह, गिरीश कुमार पांडेय, बृजलाल वर्मा, विजय शंकर पांडेय सहित अन्य सभी सचिव व कर्मचारी गण मौजूद रहे.

कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय का निरीक्षण
कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों की बेहतरी पर जिलाधिकारी सुरेंद्र विक्रम का विशेष जोर है.  उन्होंने कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय बैरिया का औचक निरीक्षण किया.  इस दौरान वहां की व्यवस्था सम्बन्धी पूछताछ की औऱ  पठन पाठन की गुणवत्ता को भी परखा.  विद्यालय के किचन, बैडरूम, क्लासरूम शौचालय, विद्यालय के आगे पीछे जाकर जायजा लिया.

निर्देश दिया कि बेडशीट को तत्काल बदल दिया जाए. बालिकाओं को बेहतर भोजन ही दिया जाए. भोजन में प्रयोग होने वाली सामग्री ब्रांडेड हो. बीएसए को निर्देश दिया कि यहां विद्युत कनेक्शन तत्काल लिया जाए.  बिजली सम्बन्धी जो भी जरूरतें है उसे लिखित रूप में दें. बाउंड्री वाल, हैंडपंप समेत जो भी व्यवस्था अधूरी है उसको पूरा किया जाए. विद्यालय की बालिकाओं से तरह तरह के सवाल पूछ कर पठन-पाठन की गुणवत्ता को परखा. वार्डेन को निर्देश दिया कि हर महीने अभिभावकों की भी एक मीटिंग की जाए. महीने में कम से कम एक बार बालिकाओं का डॉक्टरी चेकअप भी हो.

दुबेछपरा के किसानों  ने मुआवजा के लिये लगाई गुहार 
दुबेछपरा रिंग बन्धा में जमीन देने वाले दर्जनों किसानों ने मंगलवार की शाम बैरिया ब्लाक पर पहुच डीएम सुरेन्द्र बिक्रम की पत्रक सौपा. पत्रक में शिकायत की गई है कि दो महीने से दुबेछपरा रिंग बन्धा का निर्माण कार्य शुरू हो गया है, लेकिन आज तक किसानों के जमीन का मुआवजा नहीं दिया गया है. और न किसानों को सूचना दी गयी है कि उनके किस नम्बर की जमीन का कितना हिस्सा अधिग्रहित किया गया है. किसानों ने चेतावनी दिया कि उन्हें जल्द मुआवजा नहीं दिया गया तो वे कार्य रोक देंगे.

इस बाबत किसानों से वार्ता करते हुए डीएम ने कहा कि पहले गांव बचाओ फिर मुआवजा की चिन्ता करो, मुआवजा देने में हम समय नष्ट करेंगे तो गांव डूब जाएगा. इसलिये हम पहले गांव बचाना चाहते है. इसके बाद सभी किसानों का मुआवजा दे दिया जाएगा. सभी किसानों का अधिग्रहित हिस्सा निकाल कर सभी करवाई पूरी कर ली गयी है. बस गांव सुरक्षित होते ही मुआवजा भी वितरित कर दिया जाएगा.