थानेदार भी आम सहमति बनाते हैं, यकीन न हो तो परसिया वालों से पूछिए

मझौवा (बलिया)। हल्दी थाना क्षेत्र के परसिया गांव के 47 वर्षों से चल रहे भूमि विवाद को शुक्रवार को थानाध्यक्ष संजय कुमार त्रिपाठी ने थाने में सुलझा दिया. बता दें कि गांव के ही पाठक व यादव परिवारों के बीच का यह मामला करीब दस साल के अंदर कई बार थाने पहुंचा, लेकिन हल नहीं निकला. मामला जब थानाध्यक्ष के समक्ष पहुंचा तो वे ग्रामीणों के सहयोग से समस्या का निपटारा किए.

हल्दी थाना क्षेत्र के परसिया गांव के तत्कालीन ग्राम प्रधान रमाशंकर सिंह व ग्राम सभा के सदस्यों ने 1970 में हरेराम पाठक समेत छः लोगों पांच-पांच डिस्मील जमीन दिया था. 1973 में पड़ोसी ने रास्ता के लिए न्यायालय का दरवाजा खटखटाया. इसके बाद आठ फीट का रास्ता निकालने के नाम पर सुलह हो गया. करीब दस साल से उस जमीन को लेकर पाठक व यादव परिवारों में विवाद शुरू हो गया था. इस दौरान कई बार विवाद थाने पहुंचा, लेकिन हल नहीं निकला.

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बताया जाता है कि करीब एक सप्ताह पहले उक्त विवाद फिर हल्दी थाने में पहुंचा, तो थानाध्यक्ष संजय कुमार त्रिपाठी ने बृहस्पतिवार को परसिया गांव में जाकर मौका मुआयना किया और वहीं पर गांव के उपस्थित लोगों के माध्यम से हल करने की रणनीति बनाई, जिसमें प्रधान त्रिवेणी सिंह, पूर्व प्रधान शत्रुध्न सिंह, प्रधानाचार्य सुनील द्विवेदी, कमल देव सिंह, लल्लन सिंह सहित गणमान्य लोगों के जरिये हल करने की अपील की. इन लोगों ने दोनों पक्षों से अलग -अलग बात करके पूरा वृतांत थानाध्यक्ष को बताया. इसके बाद थानाध्यक्ष संजय त्रिपाठी ने शुक्रवार को दोनों पक्षों के आपसी सहमति से सुलह-समझौता करा दिया. दोनों पक्षों के कागज भी तैयार करा दिया. गांव सभा का काफी पुराना विवाद हल होने की खुशी ग्राम प्रधान त्रिवेणी सिंह ने उपस्थित सभी लोगों का मुंह मीठा कराया. इसको लेकर गली मुहल्लों में खूब चर्चा विषय है. ग्रामीण थानाध्यक्ष के कार्य से बहुत खुश हैं.

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