रसड़ा (बलिया)। स्थानीय उप-निबंधन कार्यालय भ्रष्टाचार का अड्डा बनकर रह गया है. कार्यालय में रजिस्ट्री करने वाले लोगों से की जाती है अवैध वसूली. कार्यालय सहित रजिस्ट्रार द्वारा किए जा रहे भ्रष्टाचार के विरूद्ध दस्तावेज लेखक दिनेश मिश्रा ने मोर्चा खोल दिया है. इस सम्बंध में उन्होंने जिलाधिकारी सहित मुख्यमंत्री के यहां ईमेल के माध्यम से शिकायती पत्र भेजकर जांच कर कार्रवाई करने की मांग की है.
शिकायती पत्र में दिनेश मिश्र ने आरोप लगाया की अधिकारी द्वारा एक प्राइवेट आदमी को रखकर प्रति रजिस्ट्री दो से पांच व दस हजार रुपये तक की सुविधा शुल्क की वसूली करायी जाती है. यही नहीं, भूमि बिना तस्दीक मुआयना के भारी पैसा लेकर रजिस्ट्री को स्वीकार किया जाता हैं. बैनामा के मामले में मालियत के हिसाब से निर्धारित एक प्रतिशत रजिस्ट्रार खर्च कई दशकों से लिया जाता है.
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उन्होंने यह भी आरोप लगाया है कि रजिस्ट्री शुल्क 20100 के स्थान पर 21000 रूपये की वसूली की जाती है. उन्होंने सब-रजिस्ट्रार कार्यालयों की गोपनीय जांच कराकर इस मामले में लिप्त सभी भ्रष्ट अधिकारियों एवम कर्मचारियो के विरूद्ध कठोर कार्रवाई करने की मांग की है. सूत्रों की माने तो इस कार्यालय में भू माफिया भी सक्रिय हैं. उससे जनपद ही नहीं, प्रदेश में सबसे अधिक महंगी रसड़ा में क्रय एवम बिक्री की जाती है. इस उप निबन्धन कार्यालय में अवैध वसूली की शिकायत सहित भ्रष्टाचार की कई बार सम्बंधित अधिकारियों समेत उच्चाधिकारियो के यहां की जा चुकी है, मगर बेमतलब ही साबित हुआ है.