एक युवक एवं एक किशोर नहाते समय गंगा में डूबे

दोनों लड़के मुण्डन संस्कार में गए थे

दुबहड़ (बलिया)। स्थानीय दुबहड़ गांव के दो लड़के शुक्रवार को शिवराम पुर गंगा नदी घाट पर नहाते समय डूबकर विलीन हो गए.घटना की सूचना पाकर पहुंचे स्थानीय गोताखोर की मदद से लड़कों की तलाश जारी है.

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जानकारी के अनुसार अनिल गुप्ता ( लगभग 20 वर्ष ) पुत्र श्रीनिवास साहु उर्फ गुडुल एवं आकाश पासवान उर्फ चीक ( लगभग 12 वर्ष ) पुत्र लल्लन पासवान उर्फ वकील निवासी दुबहड़ अपने रिश्तेदार के मुण्डन संस्कार में शिवरामपुर गंगा नदी घाट गए थे. इधर मुण्डन संस्कार का कार्यक्रम चल रहा था. उधर दोनों लड़के अपने चार अन्य मित्रों के साथ गंगा नदी में स्नान कर रहे थे. स्नान करते समय छहों लड़के अचानक डूबने लगे. छहों लड़कों को डूबते देख घाट पर चीख-पुकार मच गई. अनिल का छोटा भाई नीरज जो तैरना जानता था. अपने जान की बाजी लगाकर अन्य चार लड़कों को तो बचा लिया. लेकिन अपने ही भाई एवं पड़ोसी आकाश को नहीं बचा सका.

सूचना पर पहुंचे आलाधिकारी

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डूबने की घटना की सूचना पाकर एसडीएम सदर क्षेत्राधिकारी सदर केसी सिंह एवं 100 नंबर की डायल पुलिस शिवरामपुर घाट पर पहुँच गई. एनडीआरएफ एवं गोताखोरों की टीम को वाराणसी से बुलाया गया है.लेकिन समाचार लिखे जाने तक कोई भी टीम वाराणसी से नहीं पहुँची थी. इधर घटना की सूचना पाते ही गांव एवं क्षेत्र के लोगों सहित शुभचिंतकों का शिवराम पुर घाट पर जमावड़ा लग गया. गौरतलब है कि अनिल के बड़े भाई सुनील की भी मौत लगभग तीन वर्ष पहले 20 वर्ष की ही अवस्था में हो गयी थी.

जिले मे ऐसी घटनाओ के बाद रेस्क्यू की कोई व्यवस्था नहीं

जनपद के भौगोलिक स्थिति मैं जहां यह जनपद तीन तरफ से नदियों से घिरा हुआ है. जहां प्रायः बाढ जैसी विभीषिका एवं नदी में नाव डूबने जैसी भयानक घटनाएं अक्सर होती रहती हैं. ऐसे में इतनी विशाल आबादी वाले इस जिले में महाजाल और प्रशिक्षित गोताखोरों की टीम का उपलब्ध ना होना यह प्रशासन की उदासीनता का परिचायक है. इसको लेकर कई बार जिले के लोगों ने प्रशासन का ध्यानआकृष्ठ कराया. लेकिन इस गम्भीर समस्या पर किसी का ध्यान नही है. आलम यह है कि यहाँ जा कोई घटना हो जाती है तो बनारस से आनन फानन में गोताखोर बुलाये जाते है. यह तो वही बात हुई की जब प्यास लगे तब कुवाँ खोदा जाय.2010 में ओझवलिया में नाव डूबने तथा नरही ने नाव डूबने की घटना प्रमाण है. इस गंभीर समस्या पर जनप्रतिनिधियो सहित जिमेदार अधिकारियो को मंथन करना होगा. इसके समाधान के उपाय निकालने होंगे. क्योंकि इस जनपद को प्राकृतिक आपदाओं दंश बाढ़ आग के रूप में हमेशा झेलना पड़ता है. घटना की सुचना पर गंगा घाट पर पहुचे प्रधान संघ के मंडल अध्यक्ष विमल पाठक एवम दुबहर के प्रधान प्रतिनिधि बिट्टू मिश्रा ने एनडीआरएफ के गोताखोरों की टीम एवम महाजाल बलिया में उपलब्ध कराने की मांग की.

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