मंत्री के छापे में अस्पताल, ब्लाक मुख्यालय व बिजली महकमे की ‘बत्ती गुल’

सफाई में फिसड्डी मिला विकास खंड कार्यालय
शौचालय को देखकर भड़के मंत्री, हॉस्पिटल भी मिला दुर्दशाग्रस्त
नरही (बलिया)। मंगलवार सुबह अपने क्षेत्र में पहुंचे उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री उपेंद्र तिवारी के सामने कार्यकर्ताओं ने विकासखंड और चिकित्सालय से संबंधित शिकायतों का अंबार लगा दिया. इसके बाद उनका काफिला इन कार्यालयों के औचक निरीक्षण के लिए निकल पड़ा.
दिन के 12:30 बजे मंत्री सोहांव विकास खंड कार्यालय का औचक निरीक्षण करने पहुंचे. उनके निरीक्षण में बीडीओ सहित दर्जनों कर्मचारी अपने कार्यालय से अनुपस्थित मिले. निरीक्षण के दौरान जगह जगह गंदगी का अंबार देख मंत्री ने अपनी नाराजगी व्यक्त की.
वहीं एडीओ पंचायत को लेकर जब उन्होंने ब्लाक परिसर स्थित सामुदायिक शौचालय का निरीक्षण किया तो उसकी बुरी दशा देखकर मंत्री ने फटकारा तो एडीओ पंचायत की बोलती बंद हो गई. मंत्री ने उपस्थिति पंजिका को अपने कब्जे में लेकर ब्लाक परिसर में फैली गंदगी और कर्मचारियों की अनुपस्थिति से जिलाधिकारी बलिया को तत्काल अवगत कराते हुए उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया.
वहां से निकले मंत्री ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नरही पर 1:30 बजे छापा मारा, जहां निरीक्षण में 30 कर्मचारियों में से मात्र 9 ही उपस्थित मिले. पैथोलॉजी के निरीक्षण में पहुंचे मंत्री को दवाओं की शीशी एवं डब्बों पर धूल की मोटी परत जमी हुई मिली. जांच यंत्र भी पूरी तरह से जंग खाये हुए थे. स्टोर के फ्रीज में रखी जाने वाली दवाइयां यूं ही पड़ी हुई थी. इस संबंध में पूछे जाने पर कर्मचारी ने बताया कि जब बिजली रहती है तभी फ्रिजर चलता है, अन्यथा जनरेटर की सुविधा उन्हें नहीं मिल पाती है.
जनरेटर होते हुए भी आखिर क्यों नहीं चलाया जाता है. इस सवाल पर डॉक्टरों ने चुप्पी साध ली. एक्सरे मशीन की दशा को देख कर मंत्री ने जब एक्स-रे एक्सपर्ट को डांटा तो उसने कहा कि वह तो सिर्फ 6 महीने से आया है, यह एक्सरे पिछले 10 वर्षों से बंद पड़ा हुआ है. मरीजों के वार्ड का निरीक्षण करने में मंत्री ने टूटे हुए बेड पर फटा हुआ गद्दा पाया. छत पर पंखे के टूटे फूटे मलबे लटके थे. मंत्री के किसी सवाल का जवाब देने के लिए वहां कोई सक्षम चिकित्सा अधिकारी भी मौजूद नहीं था.
एक मरीज से उन्होंने दवा की उपलब्धता के विषय में पूछा तो उसने बताया कि डॉक्टर साहब लिखते हैं और मैं बाहर से दवा ले कर आता हूं.
तमाम खामियों से व्यथित मंत्री उपेंद्र तिवारी ने जिलाधिकारी बलिया से पुनः एक बार बात किया. सीएमएस के द्वारा हॉस्पिटल को तत्काल दुरुस्त करने और इनके कर्मचारियों के विरुद्ध कार्रवाई करने का निर्देश दिया. उनके साथ नंदलाल सिंह, सूर्य देव राय, राजेश सिंह, रिंकू सिंह, हरगोविंद सिंह, अनूप राय, भरत राय, शिवानंद राय, डब्बू सिंह, मंगलू राय, सिद्धार्थ राय, कृष्णानंद राय आदि मौजूद रहे.
इसी क्रम में डीएम आवास के पास स्थित विद्युत् विभाग के स्टोर पर जाने पर पता चला कि ग्रामीण अपने से किराये की गाड़ी पर जला ट्रांसफार्मर बदलने के लिए लाए हैं. स्टोर में खुले में नए तार की केबल ख़राब हो रहे हैं, बाहरी लोगों से काम लिया जा रहा हैं. महीनों से जले ट्रांसफॉर्मरों को नहीं बदला जा रहा हैं, जबकि सुविधा शुल्क लेकर तुरंत ट्रांसफॉर्मर बदला जा रहा है. इस तरह की शिकायतें जनता से प्राप्त होने और जाँच में सही पाए जाने पर मंन्त्री ने कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए.