सुप्रीम कोर्ट ने बाहुबली मोहम्मद शहाबुद्दीन को 7 दिन के अंदर तिहाड़ जेल शिफ्ट करने का दिया आदेश

सीवान। सुप्रीम कोर्ट से बुधवार को मो शहाबुद्दीन को तिहाड़ जेल भेजे जाने के आदेश के बाद पुलिस ने चौकसी बढ़ा दी है. साथ ही याचिका दायर करनेवाले तेजाब हत्याकांड में तीन बेटों को गंवा चुके चंद्रकेश्वर प्रसाद उर्फ चंदा बाबू तथा पत्रकार राजदेव रंजन की पत्नी आशा रंजन की सुरक्षा बढ़ा दी गयी है.

राजद के पूर्व सांसद मो शहाबुद्दीन को सीवान जेल से तिहाड़ भेजने का आदेश सुप्रीम कोर्ट ने दिया है. शीर्ष अदालत ने पत्रकार राजदेव रंजन की पत्नी आशा रंजन और चंदा बाबू की याचिका पर सुनवाई करते हुए कहा कि शहाबुद्दीन पर मामलों की सुनवाई बिहार में ही वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से होगी. जेल में उन्हें किसी प्रकार की विशेष सुविधा नहीं मिलेगी. न्यायाधीश दीपक मिश्रा और न्यायाधीश अमिताव रॉय के खंडपीठ ने मामले की सुनवाई करते हुए कहा कि निष्पक्ष सुनवाई का अधिकार आरोपित के अलावा पीड़ित का भी है.

चंदा बाबू के घर पर पांच सेक्शन पुलिस बल के साथ वज्रवाहन भी तैनात किये गये हैं. इसके साथ अतिरिक्त पुलिस बल भी बुलाया गया है. उधर, आशा रंजन के भी सुरक्षा में और अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती कर दी गयी है. सुरक्षा के कड़े इंतजाम पर अपर पुलिस अधीक्षक कार्तिकेय शर्मा ने कहा कि हालात की समीक्षा करने के बाद आगे का कदम उठायेंगे.

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जेल में भी विवादों से नहीं टूटा शहाबुद्दीन का नाता

सोशल मीडिया में एक माह पूर्व मो शहाबुद्दीन की एक तसवीर वायरल हुई थी, जिसे जेल से ही जारी करने का आरोप लगा. प्रशासन ने जांच का आदेश दे दिया था. जांच में मामला सही पाया गया था. इसकी जांच सदर एसडीओ भूपेंद्र प्रसाद यादव व आरक्षी उपाधीक्षक कृष्ण मुरारी ने की थी, जिसके बाद जेल अधीक्षक के आवेदन पर पूर्व सांसद पर मुकदमा दर्ज किया गया था.