गड़हांचल में खेती छोड़ सैकड़ों किसान बैंकों का चक्कर लगा रहे

भरौली (बलिया) से मोमशाद अहमद  

नोट बंदी के 41 दिन बाद भी गड़हांचल में कैश की किल्लत दूर नही हुई है. भारी संख्या में ग्राहक कैश के लिए बैंकों का चक्कर लगा रहे हैं. ठंड में भी ग्राहक की संख्या कम नहीं हुई है. सुबह से ही कैश के लिए बैंकों का चक्कर लगा रहे हैं.

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सूत्रों के अनुसार दौलतपुर में स्थित भारतीय स्टेट बैंक की स्थिति बद से बदतर है. लोगों के अनुसार बैंक मैनेजर एवं कैशियर की मनमानी से पांच दिनों से इस क्षेत्र के ग्राहक को कैश नहीं मिल रहा है. चौरा निवासी चितरंजन सिंह का कहना है की पांच दिनों से बैंक कैश के लिए जा रहा हूं तो लिंक फेल होना बताया जा रहा है. हर रोज सुबह से शाम तक हजारों की में ग्राहक दौलतपुर शाखा पर पहुंचते हैं और शाम को खाली हाथ  घर लौटना पड़ता है. वही राजेश सिंह ने बताया की पैसे की सख्त जरूरत है, परन्तु बैंक कर्मी शनिवार से ही बहाना रहे हैं. बैंक कर्मी की रवैया देखकर सब्र का बांध टूटने लगा है. सैकड़ों किसान खेती छोड़ कर बैंक का चक्कर लगा रहे हैं. वहीं शाखा प्रबंधक का कहना है की शनिवार के दिन कैश के किल्लत से बैंक बंद था. सोमवार से लेकर आज तक लिंक फेल होने के वजह कैश नहीं दे पाए. वहीं इस क्षेत्र के लोगों में बैंक के रवैया से नाराजगी दिख रही है.

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