बलिया। जिले के शिक्षा मित्रों ने समायोजन और समायोजन प्रक्रिया पूरी होने तक मानदेय 30,000 रुपये करने की मांग को लेकर चला रहे आंदोलन को तेज कर दिया है. बीटीसी प्रशिक्षण प्राप्त शिक्षामित्रों ने मानदेय बढ़ाने की मांग को लेकर उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षा मित्र संघ के बैनर तले क्रमिक अनशन शुरू किया.
इस दौरान महामंत्री पंकज सिंह ने कहा कि वर्षों से शिक्षामित्रों के मानदेय में वृद्धि नहीं हुई है. शिक्षामित्रों को मात्र रुपये 3500 प्रतिमाह मानदेय पर शिक्षण कार्य करना पड़ रहा है. बीटीसी प्रशिक्षण पूर्ण कर लेने के बावजूद सहायक अध्यापक के पद पर समायोजन नहीं किया जा रहा है. सरकारी अधिकारी समायोजन व मानदेय वृद्धि के मामले में टालमटोल कर रहे हैं. पंकज सिंह ने कहा की शिक्षा मित्रों के लिए मात्र रुपये 3500 में परिवार का पालन पोषण करना मुश्किल हो गया है. इतने कम पैसे में आटा-दाल की व्यवस्था बच्चों के फीस मां-बाप की दवा की व्यवस्था कैसे हो सकती हैं.
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गीता पाठक ने कहा कि बीटीसी प्रशिक्षण पूरा करते ही शिक्षा मित्रों को सहायक अध्यापक बनाने का शासनादेश है, लेकिन अधिकारियों की मनमानी के कारण समायोजन नहीं हो रहा है. चेतावनी दी है कि अगर बुधवार 22 दिसंबर की शाम तक मानदेय वृद्धि व समायोजन के संबंध में कोई निर्णय नहीं हुआ तो 22 दिसंबर से वे बेमियादी अनशन करेंगे. पहले दिन क्रमिक अनशन करने वालों में सुजीत कुमार चौबे, गीता पाठक, रुक्मिणी यादव, रंजन सिंह, सुशीला वर्मा, सविता देवी, परमात्मा नंद मौर्य शामिल रहे. इस मौके पर विनोद कुमार शुक्ल, प्रदीप, देवनाथ यादव, अवधेश कुमार, शिवजी सिंह, मदन मोहन सिंह, इंदू पाठक, जनार्दन, नथुनी राम, आलमगीर, रामजी यादव, शिवजी यादव, बृजेश, बसंती देवी व सुधीर सिंह मौजूद रहे.