गाजीपुर। क्राइम ब्रांच व रेवतीपुर पुलिस ने बुधवार की सुबह रामपुर पुलिया के पास गाड़ाबंदी कर एक बाइक पर सवार दो बदमाशों को धर-दबोचा. पूछताछ में एक ने अपने को जौनपुर के चंदवक थाना क्षेत्र के बहीरी गांव निवासी मनोज यादव उर्फ पहलवान तथा दूसरे ने अपने को वाराणसी जनपद के चौबेपुर थाना क्षेत्र के धरहरा खुर्द निवासी संजय मिश्र बताया. इनके पास से चोरी की एक बाइक, चार जिंदा कारतूस व दो तमंचा बरामद हुए.
https://ballialive.in/13121/if-convicted-she-had-become-mother-uncle-beaten/
पुलिस अधीक्षक अरविन्द सेन द्वारा अपराधों पर अंकुश लगाने के अभियान को उनके सभी मातहतों ने भी अपना लिया है और इस अभियान में गाजीपुर पुलिस को नित्य कुछ न कुछ सफलताऐं भी मिल रही है. गाजीपुर पुलिस लाइन स्थित मनोरंजन कक्ष में आयोजित प्रेसवार्ता में पुलिस अधीक्षक अरविंद सेन ने बताया कि पकड़े गए दोनों बदमाशों पर एक दर्जन हत्या व लूट के मुकदमे दर्ज हैं. मनोज यादव उर्फ पहलवान पर पुलिस उप महानिरीक्षक द्वारा 12 हजार का ईनाम घोषित था. गिरफ्तार आरोपी मनोज यादव अपने साथियों के साथ मिलकर 9 दिसंबर 2015 को गाजीपुर जनपद के सादात थाना क्षेत्र के मीरपुर निवासी मीरी राम की सरैया नहर की पुलिया के पास गोली मारकर हत्या कर दिया था. 20 दिसंबर 2015 को सैदपुर कोतवाली क्षेत्र के अमुआरा के पास जब व्यापारी वसूली कर घर लौट रहा था, उस समय व्यापारी को गोली मारकर रुपयों से भरा बैग लेकर भाग गया था. इसमे मनोज को छोड़कर इसके सभी साथी पुलिस द्वारा पकड़े गये थे.
यहां विज्ञापन देने के लिए फॉर्म भर कर SUBMIT करें. हम आप से संपर्क कर लेंगे.
बदमाश संजय मिश्र ने 2006 में अपने साथियों के साथ मिलकर वाराणसी जनपद के चौबेपुर थाना क्षेत्र के चंद्रावती बाजार में सेवानिवृत्त जेलर रामाधार राम की गोली मारकर हत्या कर दी थी. मनोज ने बताया कि उसके सगे मामा कन्हैया यादव ने उस फर्जी मुकदमा करा कर उसे फंसा दिया था. तभी से वह अपराध जगत की दुनिया में उतर गया. पुलिस के रिकार्ड में मनोज के खिलाफ वाराणसी, गाजीपुर एवं जौनपुर में दस मुकदमे दर्ज हैं. लेकिन इसने अपराध दो दर्जन से अधिक किया है.