बलिया तबादला नहीं रोका तो आयुक्त पर जानलेवा हमला

चकबंदी आयुक्त डॉ. हरिओम
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बलिया लाइव न्यूज नेटवर्क

लखनऊ। चकबंदी अधिकारी का तबादला अमेठी से बलिया किया गया था. तबादले को रोकने से इन्कार किए जाने पर चकबंदी अधिकारी ने चकबंदी आयुक्त पर लखनऊ के हजरतगंज में इंदिरा भवन के सातवें तल पर स्थित कार्यालय में ही जानलेवा हमला बोल दिया. चकबंदी अधिकारी बेटे और अन्य साथियों के साथ दफ्तर पहुंचा था. जाहिर है वह योजनाबद्ध ढंग से वारदात को अंजाम देने गया था.  पुलिस ने आरोपी के बेटे को तो गिरफ्तार कर लिया है, मगर चकबंदी अधिकारी वारदात को अंजाम देने के बाद पुलिस से बचने के लिए निजी अस्पताल के आईसीयू में जाकर भर्ती हो गया है. उधर, चकबंदी अधिकारी की पत्नी ने आयुक्त पर प्रताड़ित किए जाने का आरोप लगाया है.

चकबंदी आयुक्त का गला दबाने की कोशिश

बताया जाता है कि चकबंदी आयुक्त डॉ. हरिओम बुधवार को इंदिरा भवन स्थित अपने दफ्तर में कामकाज निबटा रहे थे. इसी बीच चकबंदी अधिकारी राकेश पांडेय अपने बेटे दिनेश उर्फ मोहित पांडेय के साथ वहां पहुंचा. उसने आयुक्त से मिलने के लिए विजिटर स्लिप भिजवाया. दोपहर बाद आयुक्त डॉ. हरिओम ने उसे मिलने के लिए अपने केबिन में बुलवा लिया. आयुक्त के पास पहुंचते ही राकेश ने आयुक्त से गुजारिश की कि उसका अमेठी से बलिया हुआ तबादला निरस्त कर दिया जाए. आयुक्त ने ऐसा करने से साफ इन्कार कर दिया. इतना सुनते ही राकेश भड़क उठा. आरोप है कि बकने लगे. डॉ. हरिओम ने जब उन्हें केबिन से बाहर निकलने को तो उन्होंने बाहर खड़े चार साथियों को भी बुला लिया. सबने मिलकर एक साथ डॉ. हरिओम पर हमला बोल दिया. आरोप है कि राकेश ने उनका गला दबाने की कोशिश की और उसके बेटे ने गिलास तोड़कर उसे घोपने की. केबिन में शोर शराबा सुनकर बाहर काम कर रहे कर्मचारी चंदन सिंह, राजकुमार और रामकिशुन अंदर जा पहुंचे. उन्होंने डॉ. हरिओम हमलावरों की चंगुल से मुक्त करवाया. साथ ही वारदात की सूचना पुलिस को दी गई.

पत्नी ने कहा, आयुक्त की बदसलूकी से बिगड़ी पति की तबियत

हालांकि घटना स्थल पर पुलिस के पहुंचने से पहले ही हमलावर वहां से खिसक लिए. हालांकि जाते जाते भी वे देख लेने की धमकी देने से नहीं चूके. चकबंदी आयुक्त कार्यालय के कर्मचारियों की तहरीर पर पुलिस ने राकेश, उसके बेटे मोहित उर्फ दिनेश व अन्य साथियों के खिलाफ जानलेवा हमले, सरकारी काम में बाधा और धमकी देने की एफआईआर दर्ज कर ली है. पुलिस ने सर्विलांस की मदद से आरोपियों की लोकेशन की पड़ताल की तो वे महानगर में मौजूद मिले. इसके बाद पुलिस टीम ने महानगर स्थित मिडलैंड हॉस्पिटल में दबिश दी. वहां पता चला पुलिस से बचने के लिए आरोपी राकेश खुद की तबियत खराब बताकर एडमिट हो गया है. पुलिस ने उसे वहीं कस्टडी में ले लिया, जबकि आरोपी मोहित उर्फ दिनेश को गिरफ्तार कर लिया गया है. उधर राकेश की पत्नी ममता ने आरोप लगाया है कि हृदयरोगी पति का तबादला रोकने के लिए उसने कई बार आवेदन दिए. इसी बात से चिढे आयुक्त ने उसके पति को दफ्तर में तलब किया था. अस्वस्थ होने के चलते उसके पति बेटे को साथ लेकर दफ्तर गए थे. मगर वहां बेटे के सामने ही बदसलूकी किए जाने से उनकी हालत बिगड़ गई और उन्हे अस्पताल में भर्ती करवाना पड़ा.