मीडिया कर्मियों ने एनडीटीवी के मुखिया व प्रमोटर्स के घर हुए छापेमारी की घटना को मीडिया की स्वतंत्रता पर प्रहार की संज्ञा देते हुए मीडिया की स्वतंत्रता को अक्षुण्य रखने के लिये राष्ट्रपति से हस्तक्षेप करने की मांग की है.
लोक स्वातन्त्र्य संगठन पीयूसीएल की जिला इकाई ने सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय द्वारा एनडीटीवी इण्डिया के प्रसारण पर रोक लगाये जाने के आदेश की कठोर निंदा की है.