जिलाधिकारी ने किया जीर्णोद्धार किए गए तालाबों का निरीक्षण

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बलिया। जिलाधिकारी भवानी सिंह खंगारौत ने रविवार को अपने तूफानी दौरे के तहत जनपद में भूमि सुधार निगम (आई डब्ल्यू एमपी) द्वारा जीर्णोद्धार कराए गए 4 तालाबों का औचक निरीक्षण किया. जिलाधिकारी ने तहसील बांसडीह के परसिया में, रेवती ब्लॉक के भरौली व त्रिकालपुर में और बेलहरी ब्लाक के दिघार गांव में भूमि सुधार निगम की आई डब्ल्यू एमपी योजना के तहत जीर्णोद्धार कराए गए तालाबों का निरीक्षण किया.

निरीक्षण के दौरान भूमि संरक्षण अधिकारी मोती राम ने बताया कि 2017-18 में 29 तालाबों का जीर्णोद्धार कराया गया है, जिसमें तकरीबन डेढ़ करोड़ रुपए की धनराशि व्यय गई है. जिलाधिकारी ने जीर्णोद्धार कराए गए सभी तालाबों में रैंप, सीढ़ी, बेंच, बोर्ड व वृक्षारोपण की व्यवस्था कराए जाने के निर्देश दिए. कहा कि इन तालाबों की उपयोगिता सुनिश्चित की जाए और वाटर रिचार्जिंग के उद्देश्य से बनाए गए इन तालाबों का भरपूर उपयोग होना चाहिए. बताया गया कि परसिया में बनाए गए तालाब में 10 लाख व भरौली में जीर्णोद्धार कराए गए तालाब पर 6 लाख 60 हजार, त्रिकालपुर के तालाब पर 1 लाख 27 हजार व दिघार गांव के तालाब के जीर्णोद्धार पर 8.5 लाख रुपए का खर्च आया है. जिलाधिकारी ने सभी गांव में तालाबों के निर्माण के संबंध में ग्रामीणों से पूछताछ की, कि वास्तव में खुदाई की गई है या नहीं. ग्रामीणों ने बताया कि तालाबों के जीर्णोद्धार का कार्य कराया गया है.
इस दौरान जिलाधिकारी ग्रामीणों की उनकी समस्याओं से भी रूबरू हुए. भरौली गांव में जिलाधिकारी ने ग्राम प्रधान को निर्देशित किया राज्य वित्त आयोग से पांच लाख की कार्य योजना बनाएं. जिसमें सड़क व नाली का निर्माण कराया जाना सुनिश्चित करें. कम धनराशि होने पर और धनराशि की व्यवस्था करा दी जाएगी. भरौली गांव में ग्रामीणों द्वारा शिकायत की जाने पर नाली व सड़क निर्माण व पंचायत भवन से अवैध कब्जा हटाने के लिए उप जिला अधिकारी को गांव में भेजने के लिए आश्वस्त किया.
दिघार गांव में एक वृद्ध, भगवान पुत्र शिवजीत जो अत्यंत गरीब हैं, ने पेंशन दिलाने की अनुरोध किया, जिस पर जिलाधिकारी ने कहा कि उन्हें पेंशन अनिवार्य रूप से दिलाई जाएगी. जिलाधिकारी ने कहा कि तालाबों का सुंदरीकरण कराया जाए, इनके किनारे ऐसे वृक्ष लगवाए जाएं, जो छायादार हों और जमीन का कटान भी रोक सके.
उन्होंने कहा कि तालाबों में पशुओं के जाने के लिए रैंप बनवाए जाएं तथा घाटों का भी निर्माण कराया जाए. उन्होंने कहा यहां पर लोगों के बैठने के लिए बेंच आदि की भी व्यवस्था की जाए. इस अवसर पर भूमि संरक्षण अधिकारी मोतीराम, तकनीकी विशेषज्ञ अतुल कुमार सिंह आदि उपस्थित रहे.