आयुष्मान भारत: जिले के 1,97,813 परिवार को मिलेगा निःशुल्क इलाज की सुविधा

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टीडी कालेज के मनोरंजन हॉल में सांसद भरत सिंह ने किया शुभारंभ

सरकारी ही नहीं, प्राइवेट अस्पतालों में भी गरीबों का होगा फ्री इलाज

बलिया। अब गरीब परिवार को किसी गंभीर बीमारी की स्थिति में इलाज के लिए किसी साहूकार या किसी के दर पर भटकना नहीं पड़ेगा. प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत अब गोल्डेन कार्ड के जरिए पांच लाख के फ्री इलाज की सुविधा सिर्फ सरकारी अस्पतालों में ही नहीं, बल्कि निजी चिकित्सालयों में भी मिलेगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी इस योजना की शुरुआत रविवार को पूरे देश में हो गई. इसके अंतर्गत जिले के एक लाख 97 हजार 813 गरीब परिवार के लोगों को नि:शुल्क इलाज की सुविधा मिलेगी. इसमें एक लाख 65 हजार 124 परिवार ग्रामीण क्षेत्र के हैं, जबकि 32389 परिवार नगरीय क्षेत्र के हैं.
टीडी कॉलेज के मनोरंजन हाल में बकायदा एक कार्यक्रम आयोजित कर इसकी शुरुआत हुई. कार्यक्रम का शुभारंभ बतौर मुख्य अतिथि सांसद भरत सिंह ने किया. इस अवसर पर 13 लाभार्थियों को गोल्डन कार्ड वितरित किया गया.
उन्होंने कहा कि पीएम मोदी व सीएम योगी जी की सोच यह योजना विशेषकर गरीबों के लिए ही है. अब कोई इलाज के अभाव में दम नहीं तोड़ेगा. पांच लाख तक का फ्री इलाज की सुविधा देने वाली यह योजना वास्तव में क्रांतिकारी योजना है. आगे कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत हर गरीब को पक्का छत व उज्ज्वला योजना के जरिए गरीब परिवार के घर को धुँवामुक्त करने का प्रयास किया. मोदी जी ने गरीब तबके के स्तर को ऊपर उठाने के लिए लगातार काम करते रहे. बीएचयू को एम्स जैसा दर्ज देकर इधर के लोगों के लिए बड़ा तोहफा दिया. देश में उनका कोई विकल्प नहीं.


कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए विधायक आनंद स्वरूप शुक्ला ने कहा कि गरीब परिवार के लोगों को इलाज के लिए कर्ज लेना पड़ता था. इस पीड़ा को प्रधानमंत्री जी ने समझा और उसे दूर करने के लिए आयुष्मान भारत की शुरुआत की. यह योजना गरीब परिवार के लोगों के लिए संजीवनी साबित होगी. यह समाज के अंतिम पायदान पर बैठे व्यक्ति को बुनियादी सुविधाएं देने की तरफ बढ़ाया गया कदम भी है. विधायक ने प्रशासन व स्वास्थ्य महकमे से जोर देकर कहा कि इस योजना के तहत चयनित निजी चिकित्सालयों में पात्रों के लिए बेड उपलब्ध रहे. आगे ऐसी दिक्कत नहीं आनी चाहिए. इस योजना के तहत पात्रों को लाभ दिलाना दायित्व निर्वहन के साथ एक पुनीत कार्य भी है. डीएम भवानी सिंह खंगारौत ने कहा कि कई बार ऐसा देखा जाता है कि पैसे के अभाव में गरीब परिवार अच्छे अस्पताल में इलाज नहीं करा पाते है. लेकिन अब ऐसा नहीं होगा. इस योजना के तहत सरकारी के साथ निजी अस्पतालों में भी सबका इलाज हो सकेगा. लाभार्थी को अपनी जेब से एक रुपया भी खर्च नहीं करना पड़ेगा. आर्थिक, सामाजिक जनगणना के आधार पर पात्रों का चयन हुआ है. योजना में पारदर्शी तरीके से संचालन करने की ऐसी व्यवस्था है कि अवांछित या अपात्र को इसका लाभ नहीं मिल सकेगा. जिलाधिकारी ने यह भी बताया कि इससे पहले राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत 30 हजार तक की ही कैशलेस इलाज की सुविधा थी. लेकिन अब इसकी जगह शुरू हुई इस योजना में पांच लाख तक का फ्री इलाज मिलेगा, जो गरीब परिवारों के लिए संजीवनी साबित होगा.

सीएमओ डॉ. एसपी राय ने योजना को पारदर्शी तरीके से संचालन का भरोसा दिलाया. आयुष्मान भारत कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ. हरिनन्दन प्रसाद ने योजना की विस्तृत जानकारी दी. इस अवसर पर नपा चेयरमैन अजय कुमार, सीएमएस महिला डॉ. सुमिता सिन्हा, डॉ.विनोद कुमार, डॉ ज्योत्स्ना सिंह, अंजनी पांडेय, भाजयुमो के अरुण सिंह बंटू आदि मौजूद थे। संचालन संजीव कुमार डम्पू ने किया.
छूटे हुए 18,980 परिवार भी चिन्हित

जिलाधिकारी भवानी सिंह खंगारौत ने बताया कि प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के अंतर्गत 2011 की जनगणना के अनुसार पहले तो 1 लाख 78 हजार 833 लाभार्थी परिवार चयनित हुए थे. लेकिन कुछ पात्र परिवार छूट गए थे, जिनका सर्वेक्षण अगस्त महीने में कराया गया. सर्वेक्षण के बाद 18 हजार 980 परिवार और चिन्हित किए गए. इनमें 16 हजार 348 ग्रामीण क्षेत्र के हैं, जबकि दो हजार 332 लाभार्थी परिवार शहरी क्षेत्र के हैं. इस प्रकार कुल मिलाकर एक लाख 97 हजार 813 परिवार इस योजना के तहत हैं.

जिले के इन अस्पतालों में मिलेगी कैशलेस इलाज की सुविधा

-आयुष्मान भारत कार्यक्रम के तहत सरकारी के अलावा निजी अस्पतालों में भी पांच लाख तक का कैशलेस इलाज की सुविधा लाभार्थी परिवार को मिलेगी. फिलहाल शहर के पुरुष व महिला चिकित्सालय के साथ निजी अस्पताल गौरव नर्सिंग होम में पात्र परिवारों को यह सुविधा मिलेगी. कुछ और प्रमुख निजी अस्पतालों का चयन दो-चार दिनों में हो जाने की संभावना है. इस प्रकार हम देख सकते हैं कि जहां गरीब परिवार के लोग पैसे के अभाव में इलाज कराने जाने से डरते थे, अब वहां भी उनको बेहतर चिकित्सा व्यवस्था मुहैया होगी, जो पूरी तरह कैशलेस होगी.