अवैध खनन – हवा में हनक, धरातल पर भ्रष्टाचार

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मामला अवैध खनन व लाल बालू का

बैरिया (बलियि)। न्यायालय व जिलाधिकारी द्वारा अवैध खनन व लाल बालू के वैध ट्रान्सपोर्टेशन को लेकर किये जाने वाले सख्त निर्देशों का स्थानीय तहसील क्षेत्र में कोई खास असर नहीं है. बल्कि यहाँ तो हवा मे हनक व धरातल पर भ्रष्टाचार वाला ही फंडा हावी है. न्यायालय व जिलाधिकारी के निर्देशों का असर अगर कहीं महसूस किया जा रहा है, तो वह सिर्फ भवन निर्माण कराने वालों तक ही सीमित है. उन्हें एक पखवारे पहले वाले लाल व सफेद बालू के लिये ट्रक व ट्राली पीछे डेढ से दो गुना अधिक के दर से खरीदना पड़ रहा है.

ऐसे मे इस आदेश व उसके हनक का खामियाजा सिर्फ और सिर्फ भवन निर्माताओं को ही भुगतना पड रहा है. ट्रक व ट्रैक्टर की ट्राली से लाल व सफेद बालू लाकर बेचने वाले एकाएक सुविधा शुल्क बढ़ जाने का ही रोना रो रहे है.  बता दे कि सती गंगा घाट के उस पार सफेद बालू का धडल्ले से खनन चल रहा है. रोज सुबह से ही दर्जनों ट्रक व ट्रैक्टर की ट्रालियो मे उस पार से इस पार लाया गया बालू कई विभागों के लिये अलग-अलग दर से सुविधा शुल्क की अदायगी कर पहुंचाया जा रहा है. ऐसा नहीं है कि यह कार्य छिप छिपा कर होता हो. खुलेआम हो रहा है. सुविधा शुल्क के नाम पर मोटी राशि वसूली जा रही है. आरम्भिक दिनों में पुलिस व अन्य विभागों ने दस ट्रक लाल बालू पकड़ कर यहाँ के हवा मे हनक बना दी. उसके बाद से उसी हनक के आड़ मे सम्बन्धित हर विभाग अपना अपना रेट तय कर दिया और हर विभाग अपने अलावा दूसरे विभाग की जिम्मेदारक नहीं ले रहा है. उधर लाल बालू पर जिला प्रशासन के रोक के बावजूद खेल जारी है. बिहार के कोइलवर से आने वाला लाल बालू द्वाबा में दो तीन रास्ते से आ रहा है. जानकारो की माने तो प्रति ट्रक लाल बालू तीन हजार रुपये लेकर पुलिस पार करा रही है, जो चर्चा का विषय बना हुआ है.

पिछले सप्ताह बालू व्यवसायियों पर दबाव बनाने के लिए बैरिया पुलिस ने दस ट्रक बालू पकड़ कर सीज किया था. जब इतनी सख्ती है तो फिर लाल बालू का प्रवेश शुरू कैसे हुआ ? लाल बालू निरन्तर प्रवेश बैरिया कैसे कर पा रहा है ? बताते है कि बैरिया थाना क्षेत्र के बिहार से मांझी पुल के रास्ते ट्रक से बालू आ रहा है, तो वही गंगा नदी के रास्ते लाल बालू महुली घाट पर आता है. वहां से दोकटी थाना क्षेत्र के रामपुर कोड़हरा में जमा कर इलाके में आपूर्ति होती है. वही शिवपुर घाट , सत्ती घाट पर बालू उतार कर पुलिस की मिलीभगत से कारोबार चल रहा है. पुलिस ट्रक व ट्रैक्टर पीछे मुंहमांगा वसूली कर रही है. ऐसा इस धन्धे से जुडे कारोबारियों व ट्रक तथा ट्रैक्टर चालकों का आरोप है. इसके अलावा अन्य सम्बन्धित विभाग से भी लोग जो भी मांग दे रहे हैं, वहीं देकर पिण्ड छुड़ाना पड रहा है. इस बाबत जब उपजिलाधिकारी बैरिया से मोबाइल पर सम्पर्क कर जानकारी प्राप्त करने का प्रयास किया गया तो उनके दोनों नम्बर कवरेज एरिया से बाहर थे.