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लखनऊ। समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव की दूसरी पत्नी साधना यादव आज मीडिया के सामने खुलकर बोलीं. मुलायम सिंह यादव की पत्नी साधना गुप्ता न्यूज एजेंसी के माध्यम से सामने आकर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पर बड़ा हमला बोला है. समाजवादी पार्टी में मचा घमासान फिर से सिर उठाता नजर आ रहा है. अब मुलायम सिंह की दूसरी पत्नी साधना यादव ने परिवार में झगडे को लेकर अपनी राय वयक्त की. साधना ने कहा कि पूरे घटनाक्रम में उनका काफी अपमान हुआ है. हांलांकि अखिलेश के लिए साधना ने कुछ बुरा तो नहीं कहा, लेकिन उन्होनें कहा कि पता नहीं अखिलेश को किसने गुमराह किया है. साधना ने कहा कि अखिलेश मेरी और नेताजी की बहुत इज्जत करता है. साधना ने कहा कि एक जनवरी से लेकर अब तक उन्होंने अखिलेश से जितनी बातें की हैं, उतनी पिछले 5 सालों में भी नहीं कीं.
Netaji ne nahi aane diya, par haan background mein kaam karte rahe: Sadhna Yadav(wife of Mulayam Singh Yadav) on entry into politics pic.twitter.com/gdPPWQ591c
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) March 7, 2017
साधना ने कहा कि वह अखिलेश को फिर से मुख्यमंत्री के पद पर देखना चाहती है. साधना ने कहा कि वह चाहती है कि उनकी पार्टी चुनाव जीते और अखिलेश मुख्यमंत्री बने. यूपी के मुख्य सचिव रहे दीपक सिंघल को पद से हटाए जाने के मामले में साधना ने कहा कि एक मुख्य सचिव का ट्रांसफर हुआ और लोगों ने कहा कि इसके पीछे मैं थी.
I want our party to win again and Akhilesh to become CM again: Sadhna Yadav (Mulayam Singh Yadav's wife) pic.twitter.com/XURpnkiJhg
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) March 7, 2017
यह पूरी तरह गलत है, काश कि मैं इतनी ताकतवर होती. साधना ने कहा कि परिवार में जो कुछ भी हुआ उसका उन्हें दुख है और उनके ऊपर लगे आरोपों के लिए वे किसी को दोष नहीं देती. साथ ही साधना ने यह भी कहा कि अब हम पीछे नहीं हटेंगे, मेरा बहुत अपमान हुआ है.
साधना ने कहा कि जिस तरह से शिवपाल को दरकिनार किया गया, वह बहुत गलत है. साधना ने कहा कि शिवपाल की कोई गलती नहीं थी, उन्हें बेइज्जत नहीं करना चाहिए था. साधना ने कहा कि शिवपाल और नेताजी ने पार्टी के लिए बहुत कुछ किया है. मुलायम सिंह के बारे में बोलते हुए साधना ने कहा कि नेताजी ने ही पार्टी की स्थापना की और उसे सींचा है और किसी को भी उनका असम्मान नहीं करना चाहिए.
साधना ने बेटे प्रतीक के राजनीति में आने के संकेत भी दिए. साधना ने कहा कि हमें नेताजी ने राजनीति में नहीं आने दिया, लेकिन हम बैकग्राउंड में रहकर काम करते रहे. अब मैं राजनीति में नहीं आना चाहती, पर हां मैं चाहती हूं कि मेरा बेटा प्रतीक राजनीति में आए.