शिद्दत से याद किए गए डॉ. सीताराम गुप्त

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सिकन्दरपुर (बलिया)। स्वतंत्रता संग्राम सेनानी डॉ. सीताराम गुप्त की पुण्यतिथि के अवसर पर श्री बनखंडी नाथ मठ डूंहा के प्रांगण में शुक्रवार को आयोजित सर्वदलीय सभा में उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई. कार्यक्रम का शुभारंभ मौजूद लोगों द्वारा मठ परिसर स्थित डॉ. गुप्त की मूर्ति पर माल्यार्पण के साथ हुआ. तत्पश्चात वक्ताओं ने स्वतंत्रता संग्राम में उनके योगदान के बारे में चर्चा कर उन्हें सच्चा राष्ट्रभक्त बताया.

मुख्य अतिथि शिवेंद्र ब्रम्हचारी उड़िया बाबा ने कहा कि व्यक्ति की पहचान उसके कर्मों से होती है. अच्छा काम करने वाला सदियों तक याद किया जाता है. आजादी की लड़ाई में डॉ. गुप्त के योगदान के बारे में चर्चा किया कहा कि उन्होंने लड़ाई के दौरान अपने कारनामों से न केवल अंग्रेज पुलिस के दांत खट्टे कर दिए थे, बल्कि जन जन के प्रिय बन गए थे. स्वतंत्र भारत में भी समाज में व्याप्त बुराइयों के खिलाफ आजीवन संघर्षरत रहे. कहा कि उनके आदर्शों को आत्मसात करना ही उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि होगी. प्रेम शंकर गुप्त, विनोद यादव, दिनेश राजभर, गोरख दास, हरि ब्रहमचारी ,अजय शंकर आदि मौजूद थे. इस अवसर पर डॉ. गुप्त की धर्मपत्नी फुलवेशिया देवी ने 150 गरीबों व असहायों को ठंड से बचाव हेतु कंबल प्रदान किया. अध्यक्षता डॉ. राजकुमार गुप्त ने किया.