सुखपुरा को बिजली का सुख आखिर कब मिलेगा

सुखपुरा (बलिया)। कस्बा में बिजली संकट खत्म होने का नाम नहीं ले रहा. काली मां मंदिर के पास लगा ट्रांसफार्मर पखवाड़ा भर पहले जल गया. उपकेन्द पर नियुक्त कर्मचारियों ने कुछ लोगों से पैसे लेकर बिलारी मार्ग पर लगे टान्सफार्मर से कनेक्शन दे दिया. लोड अधिक होने की वजह से वह भी जल गया.

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बीते 8 जुलाई को सुखपुरा चौराहा पर दुर्घटना हुई थी, जिसमे बोलेरो की टक्कर से बिजली का खंभा धराशायी हो गया था. आज तक वह बन नहीं पाया है. इससे थाना समेत चौराहा के आसपास रहने  वाले लोग अंधेरे में रहने को विवश है. सबसे बड़ी समस्या विद्युत संबंधी काम करने वाले दुकानदारों की है. उनके सामने रोजी रोटी की समस्या खड़ी हो गई है. 31 अगस्त तक छात्रवृति का फॉर्म भरा जाना है, सभी साइबर कैफे बिजली न होने के चलते बंद पड़े हैं. इसके चलते विशेष तौर पर छात्रों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.

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उधर, रसड़ा के कोटवारी गांव स्थित 100 केबीए का ट्रांसफार्मर एक सप्ताह से जल जाने के कारण पूरे गांव के लोग अंधेरे में जीवन बिताने को विवश है. विद्युत कर्मी प्रदेश सरकार की घोषणाओं का माखौल उड़ा रहे हैं. मालूम हो कि फुंके ट्रांसफार्मर 48 घंटे के अंदर बदलने का आदेश है. बच्चू तिवारी, राजेश गुप्ता, आफताब आलम उर्फ़ बंटू, डॉ. परवेज, लालधारी गुप्ता, रमेश गुप्ता आदि ने जले ट्रांसफार्मर को तत्काल बदलने की मांग की है.

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