सनातन संस्कृति को बचाने का बिगुल बागी धरती से बजना चाहिए- पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ

राष्ट्रीय एकता मंच ने बलिया में किया था व्याख्यान का आयोजन

बलिया। गंगा बहुउद्देशीय सभागार में मंगलवार को राष्ट्रीय एकता मंच की ओर से राष्ट्र के समक्ष चुनौतियां और समाधान विषय पर आयोजित व्याख्यान में बतौर मुख्य अतिथि प्रख्यात विचारक , साहित्यकार एवं वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ ने कहा कि सनातन संस्कृति को बचाने का बिगुल बलिया की बागी धरती से ही बजना चाहिए, आज इसकी आवश्यकता महसूस की जा रही है। इस धरती के लाल मंगल पांडे ने जरूरत पड़ी तो शास्त्र छोड़कर शस्त्र भी उठाया और अंग्रेजों को चुनौती दे डाली।

राष्ट्रीय एकता मंच की ओर से राष्ट्र के समक्ष चुनौतियां और समाधान विषय पर आयोजित व्याख्यान में बतौर मुख्य अतिथि प्रख्यात विचारक , साहित्यकार एवं वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ.

शहादत से पहले मंगल पांडे ने जरूर कहा होगा कि इस धरती से हजारों मंगल पांडे पैदा होंगे परंतु ऐसा देखने को नहीं मिल रहा है। कहा कि इस बागी धरती से निकली चिंगारी ही हमेशा देश को नई दिशा देती रही है ।
सभागार में पहुंचते ही श्रोताओं ने खड़े होकर श्री कुलश्रेष्ठ का नारे के साथ स्वागत किया।

राष्ट्र के समक्ष चुनौतियां और समाधान विषय पर आयोजित व्याख्यान में बतौर मुख्य अतिथि प्रख्यात विचारक , साहित्यकार एवं वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ और राष्ट्रीय एकता मंच के संरक्षक डॉ. चंद्रशेखर पांडे व संचालन डॉक्टर विद्यासागर उपाध्याय.

वैष्णवी ने सरस्वती वंदना के बाद मुख्य अतिथि के सम्मान में स्वागत गीत प्रस्तुत किया जिसका श्रोताओं ने करतल ध्वनि से सराहना की ।

 

राष्ट्रीय एकता मंच की ओर से मुख्य अतिथि को पुष्पगुच्छ महर्षि भृगु की प्रतिमा एवं कई पुस्तकें देने के साथ ही माल्यार्पण कर स्वागत किया गया।

 

व्याख्यान में बतौर मुख्य अतिथि प्रख्यात विचारक , साहित्यकार एवं वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ को शहीद मंगल पांडे इंटर कॉलेज नगवा के प्रधानाचार्य रवि राय ने स्मृति चिह्न में बलिया पर प्रकाशित पुस्तके भेंट कर सम्मानित की.

 

शहीद मंगल पांडे इंटर कॉलेज नगवा के प्रधानाचार्य रवि राय ने स्मृति चिन्ह वे बलिया पर प्रकाशित पुस्तके भेंट कर सम्मानित की। मंचासीन वरिष्ठ साहित्यकार डॉ जनार्दन राय, डॉ गणेश कुमार पाठक, मेजर दिनेश सिंह , डॉक्टर अशोक कुमार पांडे, विनय कुमार सिंह एवं राष्ट्रीय एकता मंच के सचिव करुणानिधि तिवारी ने माल्यार्पण कर स्वागत किया. अपने दो घंटे के व्याख्यान में पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ ने दहेज प्रथा पर भी प्रहार किया। कहा कि दहेज समाज के लिए अभिशाप है। बेटी के मां-बाप शान स्वागत के लिए अधिक से अधिक दहेज दे रहे हैं. कुछ लोग औकात से बाहर जाकर दहेज देने का काम कर रहे हैं। कुछ मां-बाप को तो दहेज देने के लिए बाध्य भी किया जाता है. समाज के कलंक को मिटाने में सभी को सहयोग करना चाहिए। व्याख्यान की अध्यक्षता राष्ट्रीय एकता मंच के संरक्षक डॉ. चंद्रशेखर पांडे व संचालन डॉक्टर विद्यासागर उपाध्याय ने किया।

(बलिया से केके पाठक की रिपोर्ट)

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