आशीष दूबे, बलिया
मौसम की तल्खी तो नरम रही, पर उमस ने सबको बेहाल कर दिया. उमसभरी गर्मी से लोगों को कहीं भी चैन नहीं मिल रहा है. सुबह से निकली तेज धूप शरीर झुलसा रही है. दोपहर में सड़कें सूनी पड़ जा रही हैं. आज अधिकतम तापमान 37 व न्यूनतम 29 डिग्री रिकार्ड किया गया.
सुबह से निकली शरीर झुलसाने वाली तेज धूप लोगों को घरों में कैद रहने को लाचार कर रही है. उमस बढ़ने के कारण घरों में लगे पंखा, कूलर बेमतलब साबित हो रहे हैं. सुबह के दस बजे के बाद से सड़क सूनी पड़ जा रही है. लगातार मौसम की तल्खी व उमस ने सबको बेहाल कर दिया है. मौसम में हो रहे बदलाव का असर सेहत पर पड़ना शुरू हो गया है. गर्म हवा के बाद अब उमस लोगों को बीमार कर रही है. जिला अस्पताल में डिहाइड्रेशन के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है.
जिला अस्पताल के फिजीशियन डॉ पंकज कुमार झा कुमार ने बताया कि ओपीडी में आने वाले मरीजों में ज्यादातर उल्टी, दस्त और बुखार से पीड़ितों की है. मौसम में उतार-चढ़ाव का सबसे अधिक असर बच्चों और बुजुर्गों पर पड़ रहा है.
बताया कि ऐसे मौसम में बच्चों में बैक्टीरियल संक्रमण का ज्यादा खतरा बढ़ जाता है. ऐसे में बच्चों के शरीर में पानी की कमी न होने दें. बाहर से घर आने पर ठंडा पानी, आइसक्रीम व अन्य पेय न दें. हल्का सुपाच्य व ताजा भोजन ही खिलाएं. छह महीने के नवजात बच्चे को सिर्फ मां का दूध पिलाएं.