रसड़ा के शिवनगर उत्तर पट्टी में 15 वर्षों से बनाई जा रही है. मां की प्रतिमा पूरे जिले के लिए ऐसे ही खास नहीं होती. दरअसल इस मूर्ति को बनाने के लिए कारीगर अपनी पूरी कला का प्रदर्शन करते हैं. तब जाकर कहीं न कहीं यहां की मूर्ति पूरे जिले के लिए खास होती है.