सरयू नदी के जलस्तर घटने व लहरों के वेग के कुछ कम होने से जहां एक तरफ स्थानीय ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है। वहीं उतरती लहरों से तेज हो रही कटान को लेकर किसान एक बार फिर काफी चिंतित भी हैं।
देवनदी कही जाने वाली सरयू की लहरों में अपने घर व खेती की जमीन गवां चुके लोगों ने अब सरयू से ही उनके प्रकोप को कम करने और लोगों को अभयदान देने के लिये प्रार्थना शुरू कर दी है।
प्रशासन की तरफ से बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए हरसंभव मदद के दावे किए जा रहे हैं लेकिन बांसडीह क्षेत्र में आलम यह है कि गांव की सड़कों पर पानी भर जाने से वहां के बच्चे नाव में सवार होकर स्कूल जाते दिखे।
सिकंदरपुर क्षेत्र के डूंहा बिहरा गांव में घाघरा नदी के छाड़न में डूबने से 45 वर्षीय व्यक्ति की मौत हो गई। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा
बांसडीह तहसील क्षेत्र में बाढ़ और सरयू के कटान प्रभावित गांवों को लेकर सत्तारूढ़ भाजपा और विपक्षी समाजवादी पार्टी के बीच जबरदस्त सियासी घमासान चल रहा है।
रामगोविन्द चौधरी ने कहा है कि अधिकारियों ने समस्याओं की रिपोर्ट शासन को गलत भेजी है, यहां तक कि जब इसके पूर्व इस सम्बंध में विभाग के जिम्मेदारों को मैंने पत्र लिखा तो जवाब में मुझे जो पत्र लिखा गया उसमें भी जमीनी हकीकत से इतर ही जवाब दिया गया।
तहसील क्षेत्र के हसनपुरा स्थित टीएस बंधे के 57 नं पुलिया के पास सरयू के पानी के दबाव से अचानक रिसाव होकर बंधा का किनारा टूटने लगा. जिससे मौके पर भगदड़ की स्थिति बन गयी.
सिकन्दरपुर तहसील क्षेत्र में सरयू नदी का पानी धीमी गति से बढ़ाव पर है। इसी के साथ विभिन्न गांवों में नदी का कटान भी जारी है जिससे तटवर्ती गांवों के निवासियों में चिंता का माहौल है।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव और पूर्व नेता प्रतिपक्ष रामगोविन्द चौधरी ने बांसडीह क्षेत्र में बाढ़ और कटान को लेकर सरकार और अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाया हैं।