मंदिरों के नवनिर्माण के साथ पुराने मंदिरों में पूजा-पाठ सदैव होना चाहिए -स्वामी हरिहरानंद जी

बैरिया, बलिया. गाँव में नये मंदिर स्थापना के साथ नागरिकों को यह भी जिम्मेदारी रखनी चाहिए कि पुराने मन्दिर में समय से पूजा-पाठ व वर्ष में विभिन्न प्रकार के आध्यात्मिक अनुष्ठानों का कार्यक्रम चलता रहे. संकीर्तन, श्रीरामचरितमानस, हनुमान चालीसा अथवा अन्यान्य वैदिक अनुष्ठानों से गाँव के प्रत्येक नागरिक को सुख,संवृद्धि और अच्छे संस्कार प्राप्त होता है.