लोकनायक जयप्रकाश नारायण को जयंती की पूर्व संध्या पर दी गई श्रद्धांजलि

गोष्ठी के मुख्य वक्ता अखिल भारतीय किसान महासभा उत्तर प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष जयप्रकाश नारायण ने कहा कि यह समय हमारे इतिहास का ब्लैक पीरियड है. देश की आजादी के लिए 1942 में गांधी जी के नेतृत्व में जो आंदोलन हुआ तो वर्ष 1974 में जयप्रकाश नारायण के नेतृत्व में सत्ता के विरूद्ध संपूर्ण क्रांति का आंदोलन भी एक तरह से दूसरी आजादी के लिए चला.

सांसद व विधायक जेपी के गांव में रखेंगे विकास कार्यों की आधारशिला

लोकनायक के गांव में रविवार को शाम चार बजे से सांसद भरत सिंह और बैरिया विधायक सुरेंद्र नाथ सिंह कई विकास कार्यों की आधारशिला रखेगे.

जेपी के क्रांति मैदान में मानव श्रृंखला बनाकर कहा नशे को ‘ना’

आज दूसरी बार उसी मैदान में राज्‍य सभा सांसद हरिवंश के संग संपूर्ण सिताबदियारा वासी शराब बंदी कानून के समर्थन में एक सांथ खड़े हुए. इसमें स्‍कूली बच्‍चों के सांथ-सांथ आमलोगों ने भी खुलकर सांथ दिया.

शराब बंदी के समर्थन में ऐतिहासिक होगी मानव श्रृंखला – हरिवंश

सिताबदियारा से लवकुश सिंह बिहार में शराबबंदी को लेकर जागरूकता अभियान के तहत 21 जनवरी को बनने वाली मानव श्रृंखला में करीब दो करोड़ लोगों के शामिल करने की योजना है. संपूर्ण बिहार में …

रंग लाई सूर्यभान सिंह की पाती, संवर सकती है लोकनायक की थाती

लोकनायक जयप्रकाश नारायण के गांव जयप्रकाश नगर ग्राम पंचायत कोडरहा नौबरार के समाजसेवी सूर्यभान सिंह द्वारा बीते तीन अगस्त को मुख्यमंत्री व सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष को गांव की समस्याओं को लेकर आठ बिंदुओं वाला पत्र लिखा गया था, जिसके जवाब में पत्र आयुक्त आजमगढ़ मंडल व जिलाधिकारी से होते हुए बैरिया उप जिलाधिकारी तक आया और उस पर जांच में तेजी आ गई है.

बकुल्हाः न एक्सप्रेस ट्रेनें रूकीं, न जनता मानी

सुरेमनपुर और मांझी के बीच स्थित बकुल्हा रेलवे स्टेशन के तकदीर को संवारने की चर्चा वर्षों से चल रही है, किंतु इसकी न तो दशा सुधरी और न ही वर्षों पुरानी इस क्षेत्र की जनता की मांग पूरी हो सकी. यहां एक्सप्रेस ट्रेनों के ठहराव की मांग भी विगत डेढ़ दशक से हो रही है.

नेशनल अवार्ड से सम्मानित होगा जेपी प्रौद्योगिकी केंद्र

स्थानीय जेपी ट्रस्ट द्वारा संचालित जयप्रकाश नारायण ग्रामीण प्रौद्योगिकी केंद्र को खादी और ग्रामोद्योग आयोग (सूक्ष्म लघु मध्यम उद्यम मंत्रालय) भारत सरकार के द्वारा वर्ष 2014-15 के वेस्‍ट इंस्‍टीटयूशनल ट्रेनिंग सेंटर ऐट नेशनल लेवल अवार्ड के लिए चयनित किया गया है.

राष्ट्रीय जेपी स्मारक से खुलेंगे रोजगार के भी द्वार

जेपी के गांव सिताबदियारा के लाला टोला में 25 जून 2015 को केंद्र सरकार के द्वारा घोषित जेपी राष्ट्रीय स्मारक से रोजगार के भी द्वार खुलेंगे. देश में वह स्मारक एक अहम स्थान रखेगा. यह बातें जयप्रभा फाउंडेशन के अध्यक्ष और भदोही के भाजपा सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त ने कही. वह सिताबदियारा के लाला टोला में जेपी जयंती के बाद पत्रकारों से विशेष बातचीत कर रहे थे.

अपने गांव-घर में बड़ी शिद्दत से याद किए गए जेपी

आज एक तरफ विजयी दशमी का मेला था, वहीं दूसरी ओर लोकनायक की जयंती. सुबह आठ बजे ही जयप्रकाशनगर की गलियां-जब तक सुरज चांद रहेगा, जेपी तेरा नाम रहेगा, के नारों से गुंज उठी. यहां जेपी ट्रस्‍ट के द्धारा ही संचालित आचार्य नरेंद्र देव बाल विद्या मंदिर के बच्‍चे और शिक्षक शिक्षिकाओं ने प्रभात फेरी निकाल कर जेपी को याद किया.

सिर्फ सियासी फायदे के लिए, याद आते हैं जेपी

आज संपूर्ण क्रांति के प्रणेता लोकनायक जयप्रकाश नारायण की जयंती है. धार्मिक दृष्टिकोण से आज दशहरा भी है. आज ही के दिन राम ने रावण वध किया था. वहीं आज ही दिन 11 अक्‍टूबर को सिताबदियारा की धरती पर एक ऐसे लाल का जन्‍म हुआ, जिसके कारनामों से भारतीय इतिहास आज भी गौरवांतित होता है.

गदकाः शक्ति के दरबार में शौर्य का प्रदर्शन

दलजीत टोला में शेर ए काली क्‍लब के द्धारा आयोजित दुर्गा पूजा में गदका एक विशेष कार्यक्रम है. शाम के समय डंके की गड़गड़ाहट पर एकम के दिन से ही जब बच्‍चों से लेकर बुजुर्ग तक गदका खेलने उतरते हैं तो उनके शौर्य को देखने वालों की भीड़ उमड़ पड़ती है.

बुढ़ा चला है जनेऊ तोड़ो आंदोलन का चश्मदीद

आज संपूर्ण क्रांति आंदोलन के प्रणेता लोकनायक जयप्रकाश नारायण की पुण्‍य तिथि है. हम एक दिन पूर्व जेपी के पैतृक गांव सिताबदियारा में थे. आज हम बिहार सीमा के अंदर सिताबदियारा के चैन छपरा में स्थित जेपी के उस क्रांति मैदान में भी पहुंचे, जहां 1974 में ही लगभग 10 हजार लोगों ने जेपी के सांथ मिलकर जनेऊ तोड़ो आंदोलन का शंखनाद किया था.

सब कुछ है, मगर 27 टोले वाला सिताबदियारा नदारद है

जयप्रकाशनगर (बलिया) से लवकुश सिंह आरा, छपरा, बलिया तीन जिलों और यूपी-बिहार दो राज्‍यों में बंटा है लोकनायक जेपी का गांव सिताबदियारा. सिताबदियारे के समाज में 45 साल पहले और आज में काफी बदलाव …

लोकनायक के गांव जवार वाले मामूली इलाज के भी मोहताज

मंगलवार को मुन्ना यादव की तबियत अचानक खराब हो गई. उसके युवा साथी उसे लेकर सिताबदियारा के छोटका बैजू टोला स्थित स्वास्थ्य केंद्र पर गए. वहां न कोई स्टाफ था, न कोई डॉक्टर. वह युवक पेट दर्द के मारे कराहे जा रहा था. उल्टियां भी हो रही थी. अस्पताल में जब कोई नहीं मिला तो युवक भड़क उठे और वहीं नारेबाजी करने लगे.