Uncategorised उहवें जे बाड़ी छठि मईया आदित रिझबे जरूर लोक आस्था का महापर्व छठ के साथ हर्षोल्लास के अलावा कई रहस्यों को भी समेटे हुए है. अध्यात्म और योग के मेल का उदाहरण भी यह पर्व है. छठ का एक अर्थ छठ चरणों का हठयोग होता है. छठ व्रती चार दिनों तक बिना अन्न-जल ग्रहण किए रहते हैं. Share PLEASE:WhatsAppTweetTelegram