गरीबों के मसीहा थे मुनीश्वर कुशवाहा – गोरख पासवान

व्यक्ति की महानता उसके कर्मों से ही परिलक्षित होती है. समाज के अंतिम व्यक्ति के साथ हमेशा खड़ा रहने वाला इंसान इस दुनिया में रहे या न रहे, किंतु उसकी स्मृतियां हमेशा तरोताजा रहती है.