क्या भरसर-हल्दी रिंग बंधा ख्याली पुलाव था!

जैसे जैसे गंगा नदी के जल स्तर में वृद्धि हो रही है. वैसे-वैसे नदी किनारे बसे गांवों के लोगों की धड़कनें तेज होती जा रही हैं. आलम यह है कि कई बार बाढ़ की विभीषिका में अपना सब कुछ गंवा चुके गंगा के तीर पर बसे लोगों में जून जुलाई के महीने में हमेशा भय बना रहता है.

सांसद आदर्श ग्राम ओझवलिया में बाढ़ से खतरे पर चर्चा

सांसद आदर्श ग्राम ओझवलिया में आचार्य पंडित हजारी प्रसाद द्विवेदी स्मारक समिति के संयोजकत्व में गुरुवार को प्रबुद्धजनों की बैठक हुई. इस मौके पर गाँव से सम्बन्धित समस्याओं एवं आने वाले बाढ़ से खतरे के बाबत चर्चा की गयी.