पूरे गांव की होली का उल्लास मातम में बदल गया

नियति किस प्रकार पल भर में रंग बदल देती है, इस का पूर्वाभास किसी को होना असंभव है. यही कारण है कि कभी कभी उल्लास का वातावरण पल भर में रुदन बन जाता है. क्रूर नियति का एक हल्का आघात जीवन को मार्मिक का और हृदय विदारक बन जाता है.