“यहां के लोग दुआओं में मौत मांगते हैं. जो जी रहे हैं तो बस यह हुनर उन्हीं का है. ” किसी कवि की ये पक्तियां गंगा व घाघरा के दोआब में बसे लोगों पर सटीक बैठती है.
इस जगह के लिये न कोई योजना बनी, न किसी ने सोचा हल्दी (बलिया) से सुनील कुमार द्विवेदी बाढ़ आने पर जिला प्रशासन से लेकर कई विभागों के हाथ-पांव फूलने लगते है. इसके लिए …
पूर्व विधायक जयप्रकाश अंचल ने रविवार को घाघरा बाढ़ व कटान प्रभावित दतहां व तिलापुर डेंजर जोन का दौरा किया.दौरा के पश्चात पूर्व विधायक श्री अंचल ने कहा कि यह सरकार बाढ कटान तथा तटवर्ती लोगों की सुरक्षा को लेकर संवेदनशील नहीं है.
बाढ़ नियंत्रण कक्ष की सूचना अनुसार गंगा नदी का जल स्तर गाय घाट में 53.830 बढ़ाव पर घाघरा नदी डीएसपी हेड पर 63.720 बढ़ाव पर व चाॅंदपुर में 57.19 मी0 बढ़ाव पर हैं. टोंस नदी पिपरा घाट में 57.00 मी बढ़ाव पर है.
लखनऊ से पहुंचे मुख्य अभियंता बाढ विभाग के एसके पाल व रिजवी ने रविवार की दोपहर गंगा नदी के डेंजर जोन दुबेछपरा में बन रहे स्पर की प्रगति की जांच करने पहुंचे.
क्षेत्र के घाघरा नदी का पानी निरंतर धीमी गति से घटान पर है, इसी के साथ क्षेत्र के विभिन्न दियारों में कटान भी जारी है. पानी घटने से दियारे के किसान जहां खुश हैं, वही कटान प्रभावित किसानों में चिंता व्याप्त है.
पुलिस अधीक्षक सुजाता सिंह शनिवार को अचानक दतहां टीएस बन्धे पर पहुंची. वहां उन्होंने घाघरा के बढ़ाव सहित टीएस बन्धे के बाबत अपने अधीनस्थों एवं राजस्व विभाग के कर्मियों से जानकारियां प्राप्त की.
गंगा, टोंस एवं घाघरा नदी के जल स्तर में बढ़ाव को देखते हुए अपर जिलाधिकारी मनोज कुमार सिंघल ने कलेक्ट्रेट स्थित संयुक्त कार्यालय में कन्ट्रोल रूम की स्थापना कर दी है, जिसका दूरभाष नम्बर 05498-220857 है.
दुबेछपरा पास 29 करोड़ की लागत से हो रहे कटानरोधी बचाव कार्य की धीमी गति पर मिल रहे चौतरफा दबाव के बाद भी बाढ़ विभाग और ठेकेदारों के अड़ियल रवैये में कोई परिवर्तन होता नहीं दिख रहा है.
कई दिनों से उफान पर रही घाघरा नदी का पानी फिलहाल स्थिर हो गया है. इसी के साथ पानी के तेज बहाव व पुरवा हवा के दबाव के चलते विभिन्न दियारों में कटान तेज हो जाने से वहां के किसानों में चिंता एवं दहशत पैदा हो गई है.
बाढ़ के दौरान नाव की समुचित व्यवस्था व उसके संचालन के लिए जिलाधिकारी सुरेंद्र विक्रम ने बुधवार को कलेक्ट्रेट सभागार में मछुआ समुदाय की समितियों/नाव मालिकों के साथ बैठक की.
जैसे जैसे गंगा नदी के जल स्तर में वृद्धि हो रही है. वैसे-वैसे नदी किनारे बसे गांवों के लोगों की धड़कनें तेज होती जा रही हैं. आलम यह है कि कई बार बाढ़ की विभीषिका में अपना सब कुछ गंवा चुके गंगा के तीर पर बसे लोगों में जून जुलाई के महीने में हमेशा भय बना रहता है.
जिलाधिकारी सुरेंद्र विक्रम ने मंगलवार को घाघरा नदी से हो रही कटान की स्थिति व हो रहे कटानरोधी कार्यों का जायजा लिया. उन्होंने बाढ विभाग के अधिकारियों को कटानरोधी कार्य युद्धस्तर पर कराने के निर्देश दिए.
मझौवा (बलिया)। बैरिया तहसील क्षेत्र के दुबेछपरा में चल रहे कटानरोधी कार्यों में बारिश और बाढ़ विभाग के अधिकारियों व ठेकेदारों के बीच कठीन दौर का सिलसिला जारी है. बारिश खुलने पर कभी कटानरोधी …
बैरिया तहसील क्षेत्र में ही बिहार की सीमा से सटे यूपी का एक पंचायत है इब्राहिमाबाद नौबरार. इसे लोग अठगांवा के नाम से भी जानते हैं. घाघरा कटान से तबाही की एक भयानक दास्तां को समेटे इस गांव की आबादी घाघरा के उफान पर आते ही सहम जाती है.
बैरिया तहसील क्षेत्र के दुबेछपरा, गोपालपुर में चल रहे कटानरोधी कार्य में बारिश रोड़ा बनी हुई है. उधर, गंगा के जल स्तर में धीरे-धीरे बढ़ाव का क्रम शुरू हो जाने के कारण विभाग के हाथ पांव फूलने शुरू हो गए हैं.
सांसद आदर्श ग्राम ओझवलिया में आचार्य पंडित हजारी प्रसाद द्विवेदी स्मारक समिति के संयोजकत्व में गुरुवार को प्रबुद्धजनों की बैठक हुई. इस मौके पर गाँव से सम्बन्धित समस्याओं एवं आने वाले बाढ़ से खतरे के बाबत चर्चा की गयी.
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