चुनाव बहिष्कार पर अड़े नौरंगा के ग्रामीण – नरेंद्र मोदी सीधे करें बात या मनोज सिन्हा करें मुलाकात

363 बैरिया विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत गंगापार नौरंगा के ग्रामीण अपने मतदान बहिष्कार के निर्णय पर अड़े हुए हैं. बुधवार को गांव में मुनादी कराकर सभी ग्रामीणों को गांव के प्राथमिक विद्यालय पर इकट्ठा किया गया और चुनाव बहिष्कार के मुद्दे पर एक बार फिर से सब की राय मांगी गई.

चुनाव बहिष्कार पर अड़े गंगा पार नौरंगा के ग्रामीण

363 बैरिया विधानसभा क्षेत्र में गंगापार नौरंगा गांव विधानसभा चुनाव बहिष्कार के लिए अड़ा हुआ है. यहां के लोगों ने सपा के लिए जन संपर्क करने आए लोगों को गांव के बाहर से ही वापस लौटा दिया. वहीं अगले दिन भाजपा प्रत्याशी सुरेंद्र सिंह को भी कोई लिफ्ट नहीं दिया.

‘बलिया लाइव’ की खबर से अफसरों की नींद टूटी, मगर नौरंगा वाले बैरंग लौटाए

बैरिया विस क्षेत्र के गंगा पार नौरंगा ग्राम पंचायत द्वारा चुनाव बहिष्कार की घोषणा से जिला प्रशासन एक्शन मे आ गया है.

गंगा पार नौरंगा में फूंका चुनाव बहिष्कार का बिगुल

गंगा पार लगभग 30 हजार आबादी वाले बैरिया विकास खंड क्षेत्र के ग्राम पंचायत नौरंगा के नौरंगा, भुवालछपरा, चक्कीनौरंगा, उदईछपरा के डेरा के रहवासी विधान सभा चुनाव 2017 के लिए आचार संहिता लागू होते ही अपने गांव की उपेक्षा से त्रस्त आंदोलन की अंगड़ाई लेने लगे हैं.

दिसम्बर आया, आखिर कब बनेगा नौरंगा पीपा पुल

प्रत्येक वर्ष गंगा नदी पर बनने वाला नौरंगा पीपा पुल इस बार भी अपने निर्धारित समय पर नहीं बन पाया है. बैरिया विधानसभा क्षेत्र के दर्जनों मौजा की हजारों एकड़ जमीन गंगा उस पार है. गंगा उस पार ही चक्की और नौरंगा आदि गांव के हैं. लगभग दो दशक पहले से इस पार से उस पार आवागमन के लिए गंगा नदी पर पीपा का पुल बनाया जाता रहा है.

दो शिफ्टों में बैरिया फीडर से 14 घंटे बिजली आपूर्ति

बैरिया फीडर से दो शिफ्ट में 14 घंटे होगी विद्युत आपूर्ति. दिन में दस से पांच और रात को भी दस से पांच बजे तक होगी विद्युत आपूर्ति. ऐसा कहना है समाजवादी पार्टी के जिला महासचिव मनोज सिंह का.

गंगा का जलस्तर घटाव पर, मगर कटान से धुकधुकी

गंगा नदी का जलस्तर गायघाट पर 56.02 मीटर है, जो घटाव पर है और खतरा बिन्दु से नीचे है. मगर गंगा का कटान द्वाबा के तटवर्तियों की धुकधुकी बढाए हुए है. इसीके मद्देनजर मंगलवार को रामगढ़ में गंगा के कटान का जायजा लेने पहुंचे जिलाधिकारी गोविंद राजू एनएस और पुलिस अधीक्षक प्रभाकर चौधरी.

सपा महासचिव ने राहत सामग्री बांटी

सपा के जिला महासचिव मनोज सिह ने बुधवार को गंगा के बाढ व कटान से पीडित शिवपुर कपूर दियर, हृदयपुर व बहुआरा के पीड़ितों में तिरपाल व गुड़ लाई चूड़ा आदि टिकाऊ खाद्यपदार्थो का वितरण किया.

दो दर्जन गांवों के पैतीस हजार लोगों का संकट गहराया

दुबेछपरा रिंग बांध टूटने से इलाके के लगभग दो दर्जन गांवों की 35 हजार की आबादी प्रभावित हुई है. इन ग्रामीणों के सर पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं. जिला प्रशासन और स्वयं ग्रामीण बीते कई दिनों से बांध को बचाने के लिए जद्दोजहद कर रहे थे. फिलवक्त दुबेछपरा ढाले पर भगदड़ के हालात हैं. हाईवे पर ट्रैफिक ठहर सा गया है. दुबे छपरा रिंग बांध प्राथमिक विद्यालय के सामने करीब 20 फीट की दूरी में टूटा है.

जानिए शुक्रवार को जिले में क्या क्या हुआ

बलिया के नौरंगा गांव से अखिलेश ठाकुर की तस्वीरें यह बयां करने के लिए काफी हैं कि संकट की इस घड़ी में भी बलिया वाले बिंदास खुशी तलाश लेते हैं. संघर्ष कर खुद को स्थापित करना बलिया की माटी की फितरत है. नाव की जरूरत क्या है, यह अपना देसी जुगाड़ है न. इसे चला रही हैं नौरंगा की ओलंपिक मेडल विनर बेटियां. इ हे ह असली बलिया वाली बड़की पूड़ी….जेकरा के देखते दिल्ली बंबई वाला लोग के लार चुए लागेला. प्रधान जी, भी जरूरतमंदों को राहत सामग्री बांटने में मशगूल हैं.

बाढ़ पीड़ितों को रोटी, पशुओं को चारा तक नसीब नहीं

बलिया में गंगा का जलस्तर लाल चिह्न से ढाई मीटर ऊपर पहुंच गया है. घाघरा के जलस्तर में भी निरन्तर वृद्धि से जिले में संकट गहरा गया है. बलिया में सबसे अधिक प्रभावित इलाका है गंगा उस पार का. नौरंगा गांव में तो मवेशियों को चारा तक नसीब नहीं हो पा रहा है.

गंगा पार के गांवों में हालात बदतर, नहीं पहुंची राहत टीम

गंगा ने अब तक बाढ़ के सारे रिकार्ड को ध्वस्त करते हुए अपनी विकरालता से फेफना, बलिया एवं बैरिया विधानसभा क्षेत्र के तकरीबन पांच सौ गांवों को अपने चपेट में ले लिया है. सबसे विकराल स्थिति गंगा पार की ग्राम सभाओं में है

काशी से मांझी तक गंगा का रौद्र श्रृंगार, दहला बलिया

कई गांवों में गंगा का रौद्र रूप देखने को मिल रहा है. बक्सर से लेकर मांझी घाट तक गंगा अपने पूरे फार्म में है. इलाहाबाद में गंगा का जल स्तर बढ़ने के कारण अगले 24 घंटे के दौरान बलिया में पानी बढ़ने की प्रबल संभावना है. अगर गंगा का पानी इसी तरह बढ़ता रहा तो सन् 2003 और 2013 का रिकॉर्ड भी टूट सकता है.