खेल-कूद ही नहीं, नृत्य व गायन में भी हुनर का जलवा

द्वाबा राष्ट्रीय इण्टर कॉलेज के विशाल मैदान में बैरिया ब्लाक स्तरीय खेल कूद प्रतियोगिता में जुटे विभिन्न प्राथमिक विद्यालयों के छात्र छात्राओं ने पीटी, परेड, दौड, कूद, गायन, नृत्य आदि में अपने हुनर का जलवा बिखेरा. इस मौके पर मौजूद खेल प्रेमियों को मन्त्र मुग्ध कर दिया.

रानीगंज बाजार के दुर्गोत्सव में है फ्रीडम फ्लेवर

कई मायने में पूरे हिंदुस्तान के लिए नजीर है रानीगंज बाजार का दुर्गोत्सव. ठीक आजादी के साल हुई थी इसकी शुरुआत. यहां हिंदुओं ने दुर्गात्सव और मुसलमानों ने ताजिया रखकर मुहर्रम मनाने की शुरुआत ठीक उसी जगह साथ साथ की थी. और बीते 70 सालों से यह परम्परा जस की तस चली आ रही है. कई बार ऐसे मौके आए जब दोनों त्योहार साथ साथ पड़े. उसका भी समाधान यहां लोगों ने चुटकी में ढूंढ लिया.

बैरिया में नेता मस्त, बाढ़ पीड़ित त्रस्त

सार्वजनिक वितरण अन्तर्गत बैरिया तहसील में वितरण के लिए अन्त्योदय का लगभग 2436 कुन्तल गेहूं, 1135 कुन्तल चावल व 865 कुतल चीनी तथा पात्र गृहस्थ परिवारों के लिये 8 हजार कुन्तल गेंहू व लगभग 5 हजार कुन्तल चावल प्रतिमाह आता है. फिर भी लाभार्थियों में नहीं मिलने का राग ही सुनने को मिलता है. होने वाली शिकायतें दबा दी जाती हैं.

गंगा का जलस्तर घटाव पर, मगर कटान से धुकधुकी

गंगा नदी का जलस्तर गायघाट पर 56.02 मीटर है, जो घटाव पर है और खतरा बिन्दु से नीचे है. मगर गंगा का कटान द्वाबा के तटवर्तियों की धुकधुकी बढाए हुए है. इसीके मद्देनजर मंगलवार को रामगढ़ में गंगा के कटान का जायजा लेने पहुंचे जिलाधिकारी गोविंद राजू एनएस और पुलिस अधीक्षक प्रभाकर चौधरी.

द्वाबा महाविद्यालय में दाखिला 25 तक

द्वाबा संस्कृत प्रचार समिति महाविद्यालय, बैरिया के प्राचार्य डॉ. अरविन्द कुमार राय ने बताया कि प्रवेश की अन्तिम तिथि 25 सितम्बर तक ही है. महाविद्यालय में आचार्य की कक्षा के लिए भी प्रवेश हो रहा है. इच्छुक छात्र छात्राएं प्रवेश ले लें.

सांसद भरत सिंह ने भी जाना बाढ़ पीड़ितों का हाल

सांसद भरत सिंह ने सोमवार को भी बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया. इस दौरान सांसद ने बाढ़ पीड़ितों का दर्द जाना और सिंचाई विभाग के अधिकारियों को दूबे छपरा रिंग बंधे को सुरक्षित करने का निर्देश दिया.

लोगों को बचाना ही है फर्स्ट च्वाइस – कमिश्नर

बाढ़ में फंसे लोगों को बचाना ही हमारी पहली प्राथमिकता है, सबसे पहले जीवन बचाया जाना चाहिए. ऐसा मानना है आयुक्त आजमगढ़ मण्डल नीलम अहलावत का. उन्होंने जिला प्रशासन को निर्देश दिया कि सबसे पहले जीवन को बचाना है.

बलिया में बाढ़ : ‘मां’ ने छीनीं बहनों की खुशियां

गंगा नदी का तेवर गुरुवार को भी तल्ख रहा. नदी के जलस्तर में प्रति घंटे एक सेमी की रफ्तार से वृद्धि रिकार्ड की गयी. शाम सात बजे नदी गायघाट गेज पर 59.324 मीटर पर बह रही थी.

चौबेछपरा के बाद गोपालपुर और दुबेछपरा में संकट गहराया

बलिया पूरी तरह से बाढ़ की चपेट में आ चुका है. विशेष तौर पर द्वाबा में संकट गहराता जा रहा है. चौबे छपरा के बाद अब गोपालपुर व दुबेछपरा के अस्तित्व का संकट पैदा हो गया है. गंगा नदी खतरा बिन्दु के मध्यम स्तर पर पहुंच चुकी हैं.