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महात्मा गांधी इण्टर कॉलेज दलनछपरा के प्रबंधक बब्बन सिंह रघुबंशी व प्रधान लिपिक श्रवण कुमार सिंह के खिलाफ दोकटी पुलिस ने आईपीसी की धारा 419, 420, 467 व 468 के तहत मुकदमा पंजीकृत किया है. इन पर कॉलेज का कार्यवाही रजिस्टर अपने पास रखना तथा कूटरचित तरीके से हेरा-फेरी कर सरकारी सम्पत्ति का उपयोग निजी कार्य में प्रयोग करने का आरोप है
दोकटी थानान्तर्गत टेगरही संसारटोला तटबन्ध पर स्थित कोडरहा ढाला पर शुक्रवार की शाम छः बजे के लगभग सर्राफ से तीन बदमाशों ने झोला छीनने का प्रयास किया. सराफा व्यवसायी ने इस हरकत का विरोध किया तो बदमाशों में से एक ने उस पर तमंचे से फायर झोंक दिया. फायरिंग की आवाज सुन आसपास के लोग दौड़ पड़े. ग्रामीणों की भीड़ आती देख बदमाश भाग खड़े हुए.
बैरिया थाना क्षेत्र के यादव नगर निवासी एक पक्ष के सुखराम यादव (55), धनिया (16) पुत्र सुखराम तथा दूसरे पक्ष के संतोष यादव (30) के बीच भूमि विवाद चल रहा था. रविवार की देर शाम इसी बात को लेकर दोनों पक्षों में जमकर मारपीट हो गई. इसमें तीनों गंभीर रूप से घायल हो गए. ग्रामीणों की मदद से तीनों घायलों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सोनबरसा पहुंचाया गया.
बैरिया थाना क्षेत्र के टेंगरही गांव के सामने एनएच-31 पर शनिवार की देर रात बिजली के खंभे से टकराकर जहां एक बाइक सवार युवक की मौत हो गई, वहीं दूसरा गंभीर रूप से घायल हो गया. घायल युवक को सीएचसी सोनबरसा पहुंचाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद चिकित्सकों ने जिला अस्पताल रेफर कर दिया. उधर, सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.
दोकटी थाना क्षेत्र के बहुआरा रोड स्थित वाणी विहार पब्लिक स्कूल का टेंपो मंगलवार को बच्चों को ला रहा था. बहुआरा स्थित पूर्वांचल बैंक के पास टेंपो असंतुलित होकर पलट गया. टेंपो पलटते ही बच्चे चीखने चिल्लाने लगे. उनका शोर सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे. ग्रामीणों की मदद से बच्चों को उठाया गया. इस हादसे में अंकित (7), सौम्या (8), सुलेखा (8), विवेक (8), कुश (6) कल्लू (9) और संजीत (7) घायले हो गए.
जिले में कानून व्यवस्था को चिंता अब भाजपाइयों को सालने लगी है. वरिष्ठ भाजपा नेता सुरेंद्र सिंह के हवाले से यह सूचना मिली है बढ़ते अपराध के खिलाफ 14 जुलाई बैरिया, 15 को दोकटी और 16 को हल्दी थाने का घेराव भाजपा कार्यकर्ता करेंगे. श्री सिंह का दावा है कि पूरे द्वाबा में अपराधियों का बोलबाला है. आम आदमी दहशत में है और व्यापारी लाचार. पुलिस की नाकामी का आखिर इससे बड़ा नजीर और क्या हो सकता है.