जांच से यह साथ इंगित होता है कि प्रधानाध्यापक बृजेन्द्र सिंह द्वारा अध्यापक सेवा नियमावली के विरूद्ध कार्य करते हुए अपने मूल दायित्यों का विपरीत स्वेच्छाचारिता पूर्ण आचरण करते हुए सरकारी खाद्यान्न विद्यालय खाद्यान्न भण्डार गृह पर न रखकर अवैध रूप से अपने घर पर भण्डारित किया गया. जिससे मिड-डे-मिल खाद्यान्न की काला बाजारी होने की प्रबल सम्भावना है तथा स्टाक रजिस्टर में भी समुचित अंकन नहीं किया गया. खण्ड शिक्षा अधिकारी, बैरिया की आख्या दिनांक 7 मई, 2022 से भी उक्त सभी आरोप पुष्टित होते हैं तथा बृजेन्द्र सिंह का उप नाम मिथिलेश सिंह है.