सिकन्दरपुर (बलिया)। परदेश कमाने गए क्षेत्र के नारायणपुर (बिहारा) निवासी अच्छे लाल वर्मा की मौत की सूचना ने इस छोटे से गांव के लोगों को झकझोर कर रख दिया है. उसकी मौत की सूचना के बाद पूरे गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है. परिवार की महिलाओं को तो अच्छे लाल की मौत के बारे में बताया नहीं गया है, जबकि घर पर रहने वाले उसके पिता व छोटे भाई अभिनंदन को इस बुरी खबर की सूचना ने अंदर तक हिला कर रख दिया है. उनके चेहरों पर विचार और चिंता के लक्षण स्पष्ट झलक रहे हैं.
गांव के ओंकार वर्मा के चार पुत्रों में अच्छेलाल सबसे बड़ा था. पिछले अगस्त में वह कमाने के लिए परिवार और गांव को छोड़कर सुदूर सऊदी अरब गया था, जहां अलकशी जिले में वह काम करता था. उसके दो छोटे भाई मुंबई में कहीं नौकरी करते हैं. सोमवार की शाम को साथ के युवक से अच्छे लाल का विवाद हो गया. उसी दौरान उक्त युवक ने अच्छेलाल के सर पर किसी वजनी चीज से प्रहार कर दिया, जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई. तीसरे दिन बुधवार को सुबह वहां रह रहे व्यक्ति के माध्यम से सबसे छोटे भाई को अच्छे लाल की मौत के बारे में सूचना मिली. हालांकि घर के अंदर रहने वाली महिलाओं को तो इस बात की जानकारी नहीं है, किंतु पुरुष सदस्य परेशान हैं.
कलेजे पर पत्थर रखकर ओंकार वर्मा ने पुत्र अच्छेलाल को इस उम्मीद के साथ प्रदेश भेजा था कि उसकी कमाई से घर परिवार की हालत सुधरेगी. अपनी सारी उमंगों को दबा कर पत्नी शकुंतला ने भी हंसी खुशी उसे विदा किया था. अच्छेलाल की मौत ने बाप के अरमानों को एक झटके से कुचल कर रख दिया है. अच्छे लाल की मौत के बारे में सूचना देने वाले व्यक्ति के अनुसार उसका शव भारत जाने में कम से कम 2 सप्ताह लग जाएंगे, क्योंकि यह सामान्य मौत न होकर हत्या का मामला है. इसलिए सऊदी कानून के मुताबिक शव को भारत भेजने की प्रक्रिया में विलंब होगा, तब तक घर पर रहने वाले पिता पुत्र घुट-घुट कर मरते रहेंगे. उधर, मुंबई में रहने वाले अच्छे लाल के दोनों भाई वहां से गांव के लिए चल दिए हैं, जिनके कल तक नारायणपुर पहुंचने की संभावना है. गांव वाले कयास लगा रहे हैं कि उनके घर आने पर तो अच्छे लाल की मौत के बारे में परिवार की महिलाओं को निश्चित रूप से पता चल जाएगा.