सरयू की लहरें हाई फ्लड लेवल की ओर, गंगा के जलस्तर में भी बढ़ाव

बांसडीह /बलिया से रविशंकर पांडेय

जिले में गंगा और सरयू नदी के जलस्तर में बढ़ाव जारी है. उधर, गायघाट में गंगा के जलस्तर में गुरुवार को भी बढ़ोत्तरी दर्ज की गई, जबकि टोंस नदी घटाव पर है. डीएसपी हेड पर लाल निशान पार कर चुकी सरयू नदी की लहरें हाई फ्लड लेवल (66 मीटर) की ओर बढ़ रही है. नदियों के उफान में कई एकड़ उपजाऊ जमीन विलीन हो चुकी है.

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बाढ़ विभाग की ओर से जारी रिपोर्ट के मुताबिक बक्सर और गायघाट में गंगा नदी बढ़ाव पर है. वहीं, डीएसपी हेड पर सरयू खतरा विन्दु 64.01 मीटर को पार कर 64.450 मीटर पर बह रही है. चांदपुर गेज पर सरयू 57.52 मीटर तथा मांझी में 54.10 मीटर रिकार्ड किया गया. चांदपुर और माझी में खतरा बिन्दु क्रमश: 58 व 55.15 मीटर है. दोनों नदियों में बढ़ाव जारी रहने के चलते अब नदी के पेटे से कई स्थानों पर ऊपर पानी आने लगा है. कई स्थानों पर किसानों के फसल डूबने लगे हैं. इससे तटवर्ती लोगों की मुश्किलें भी बढ़ने लगी हैं.

बांसडीह तहसील क्षेत्र के दियारा क्षेत्र के रिगवन छावनी, नवकागाँव, बिजलीपुर, कोटवा, मल्लाहि चक, चक्की दियर, टिकुलिया, पर्वतपुर, रघुबर नगर आदि गाँवो के किसानों के के लगभग हजारों एकड़ खेत घाघरा में समाहित हो चुके हैं. कोडर क्षेत्र के नाम से मशहूर आठ गाँवों की फसले दहताल के पानी से (दहताल मुड़ियारी से लेकर पकड़िया पर्वतपुर रेगुलेटर) मुड़ियारी, शकरपुरा, बरियारपुर, पर्वतपुर, पकड़िया, सारँगपुर, मंझरिया, गोसाईपुर आदि गाँवों के हजारों किसानों के हजारों एकड़ फसल जिसमे बाजरा, मक्का, गन्ना, धान आदि फसलें सरयू के पानी से डूब गए हैं. इन गाँवों के किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें खिंच गई हैं.

उधर सरयू के तटवर्ती गांव की उपजाऊ जमीन को हमेशा की तरह इस बार भी धीरे-धीरे नदी काटकर अपने आगोश में ले रही है. दो दिन सरयू का पानी घटाव पर था, लेकिन इलाके के लोग परेशान रहे. नदी का रौद्र रूप देखकर किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें बढ़ गई. विवशता तो यह है कि उन्हें अपनी जमीन को बचाने का कोई उपाय नहीं सूझ रहा. सुरसा की तरह आए दिन नदी कई बीघा उपजाऊ जमीन को अपने आगोश में ले रही है. पेड़ भी नदी में समाहित हो रहे हैं. इससे दियारे के लोग भय में है.

घाघरा के छाड़न में डूबने से वृद्ध की मौत

इसी क्रम में रेवती थाना क्षेत्र के नूरपुर रेखहां गांव निवासी एक वृद्ध की मृत्यु बुधवार की अपराह्न घाघरा के छाड़न में डूबने से हो गई. सूचना मिलने के बाद एसआई सदानंद यादव ने पहुंच कर शव को कब्जे में ले लिया और पंचनामा के बाद पोस्टमार्टटम के लिए जिला मुख्यालय भेज दिया. नूरपुर रेखहां निवासी पूनदेव यादव (60) पुत्र स्व. मुखलाल यादव भैंस चराने के लिए गोबरही, भोपालपुर स्थित सरयू के छाड़न को भैंस की पूंछ पकड़ कर पार कर रहे थे. इसी बीच उनका एक चप्पल पैर से निकल गया. चप्पल को पकड़ने के प्रयास में उनकी भैंस की पूंछ छूट गई. पूनदेव तैरना नहीं जानते थे, जिससे वे डूब गए.

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