रानीगंज ने फिर कर दिया दंग, या हुसेन-जय मां दुर्गे संग-संग

बैरिया से वीरेंद्र नाथ मिश्र

virendra_nath_mishraबुधवार को बलिया के फ्रीडम फ्लेवर वाले रानीगंज के दुर्गोत्सव ने फिर कर दिया दंग. या हुसैन की मातमी गूंज के बीच मां दुर्गे के जयकारे लगे. खास बात यह भी है कि ताजिया के साथ चल रहे हरे ध्वज के बीच तिरंगा भी बड़े शान से लहराता दिखा. सच पूछिए तो यह भी एक किस्म की क्रांति ही है, मौजूदा दौर में जहर घुले हालात के मद्देनजर, मगर बलिया की प्रयोगशाला में यह सब कुछ बहुत ही सलीके से, इत्मीनान से और सबसे बड़ी बात कि शांति संभव हो गया. मार्के की बात यह है कि यह सब कुछ बिना किसी राजनेता और प्रशासनिक हस्तक्षेप के संभव हुआ.

बिना किसी प्रशासनिक या राजनीतिक हस्तक्षेप के दोनों समुदायों के युवकों ने लिया साथ साथ चलने का फैसला

बिना किसी प्रशासनिक या राजनीतिक हस्तक्षेप के दोनों समुदायों के युवकों ने लिया साथ साथ चलने का फैसला

यह न कोई बुझौव्वल है न कोई पहेली है. आज यानी गुरुवार को आजादी की स्मृति थाती बड़ी दुर्गा जी का विसर्जन होना है. दूसरी तरफ उसी आजादी की याद को गाढ़ा करती ताजिया ठीक उसके पिछवाड़े से निकलनी है. तड़के उठकर स्थानीय युवाओं ने तय किया कि क्यों न ताजिया निकालने का समय थोड़ा पहले खिसका लें और प्रतिमा विसर्जन का वक्त थोड़ा आगे बढ़ा दें. इस तरह दोनों समुदायों की न सिर्फ मुराद पूरी हो जाएगी, बल्कि सभी एक दूसरे के आयोजन में राजी खुशी शिरकत भी करेंगे. बस फिर क्या था, रानीगंज बाजार के हिन्दू-मुसलमानों ने, खास कर युवाओं ने हिन्दुस्तान में एकता की नई इबारत लिख दी.

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इस बात को लेकर प्रशासन की नींद हराम थी. मगर स्थानीय युवकों ने इसे चुटकी बजाकर अंजाम दे दिया. बड़ी दुर्गा पूजा के आयोजकों ने बहुत ही सलीके से अपने पंडाल और साज सज्जा इतना भर हटा दिया कि ताजिया निकलने में कोई दिक्कत न हो. पुलिस व प्रशासन की अनुपस्थिति में ही बड़ी दुर्गा जी के पण्डाल के ठीक पीछे से संकरे रास्ते से ताजिया को सामने लाया गया. इसके बाद दुर्गा जी के प्रतिमा के आगे रख मुस्लिम समुदाय के लोगों के साथ हिन्दू समुदाय के युवा तलवारबाजी, गदका व लाठी का प्रदर्शन करने लगे. और फिजाओं में या हुसैन की मातमी गूंज के बीच मां दुर्गे के जयकारे लगने लगे.

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इधर, भरतछपरा से भी ताजिया जुलूस झूमक बाबा कमेटी द्वारा बीच सड़क पर बने मां दुर्गा के पण्डाल के बगल से निकल कर रानीगंज चौक तक पहुंचा. बड़ी दुर्गा जी के पास वाली ताजिया में मिलान कर चौक पर अपना प्रदर्शन शुरू कर दिया. फिर एक बार दोहरा रहे हैं कि इस मौके पर पुलिस व प्रशासन का कोई नुमाइंदा या कोई पेशेवर राजनेता उपस्थित नहीं था. इस बाबत बलिया लाइव संवाददाता ने जब बैरिया थानाध्यक्ष संजय सिह को मोबाइल पर सूचना दी कि रानीगंज चौक तक दोनों ताजिया पहुंच गयी हैं, तो वह हड़बड़ा उठे. कहा हमे तो जानकारी थी कि बारह बजे के बाद ताजिया उठनी है. मैं बस अभी पहुंच रहा हूं. खास यह रहा कि ताजिया के साथ चल रहे हरे ध्वज के साथ तिरंगा भी बडे शान से लहराता दिखा. ताजिया को कर्बला में दफन करने के बाद वापस लौट कर युवा अपराह्न से बड़ी दुर्गाजी के मूर्ति विसर्जन में शरीक होने की तैयारी कर चुके हैं. देश में ऐसे मिसाल तो कहीं कहीं इतिहास में ही मिल पाते है. ऐसे दौर में रानीगंज के युवाओ का जज्बा काबिले तारीफ है.

kdn_raiकाश! सारा देश इसका अनुकरण करता. पहले तो ऐसा ही होता था. जब नेता ज्यादा समझदार नहीं हुए थे – कृष्ण देव नारायण राय (पूर्व अध्यक्ष, काशी पत्रकार संघ)

 

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10 Replies to “रानीगंज ने फिर कर दिया दंग, या हुसेन-जय मां दुर्गे संग-संग

  1. I am feeling so glad after reading this news, i really appreciate these efforts of people living in Raniganj. Youngsters showed real meaning of festival i.e peace and happiness. Hat’s off to you guys!
    Keep spreading the name Raniganj, Keep spreading the peace!

  2. Hat’s off ..
    Many Thanks Mr. Virendra Misha for publishing such content. This is what media should do rather than spreading nonsense just for the sake of TRP.
    well done!

  3. Hat’s off ..
    Many Thanks Mr. Virendra Misha for publishing such content. This is what media should do rather than spreading nonsense just for the sake of TRP.
    A very well done!

  4. This is really a very appreciable step taken by both the parties. It should be an example of unity between two brotherly citizens. Feeling proud to belong such an unique place where everyone is always ready to help each other.
    Those Politicians who are creating differences in their personal and vested interest should take lessons from this great effort.
    Hat’s off to all the people involved. Need to maintain same harmony and peace.

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