मनियर, बलिया. मनियर थाना क्षेत्र के घाघरा नदी के किनारे यूपी एवं बिहार सीमा क्षेत्र के ककरघट्टा गांव के सामने बिहार क्षेत्र में एवं मनियर दियरा टुकड़ा नंबर 2 के सामने बिहार प्रांत के मनियर दियरा टुकड़ा नंबर 1 में अवैध रूप से बन रहे कच्ची दारू के विरुद्ध मनियर पुलिस ने रविवार व सोमवार को अभियान चलया. अवैध रूप से फल फूल रहे दारू की भट्ठियों को पुलिस ने तहस-नहस किया और काफी मात्रा में बन रहे दारू, लहन इत्यादि सामग्री को नष्ट किया.
मनियर पुलिस के अनुसार पुलिस की भनक पाकर इस कार्य में संलिप्त दारू बनाने वाले भागने में सफल रहे. इस कार्यवाही में एस एच ओ कमलेश पटेल, उपनिरीक्षक गण गुरु प्रसाद सिंह, राजीव पांडेय व अरुण कुमार सिंह, कांस्टेबल पतिराम चौरसिया ,राजू पासवान, उदय सिंह यादव ,राम प्रताप यादव ,रामाश्रय यादव ,राम सजीवन यादव मय फोर्स मौजूद रही.
नशाखोरी के चलते कई परिवारों की आर्थिक स्थिति दयनीय
कच्ची शराब बनाने वालों के विरुद्ध लगातार पुलिस कार्रवाई तो कर रही है इसके बावजूद भी इस धंधे से जुड़े लोगों ने इसको कुटीर उद्योग बना दिया हैं और दारु बना कर यूपी और बिहार के इलाकों में सप्लाई करते हैं. यह धंधा उनके लिए सोने की अंडा देने वाली मुर्गी के समान हो गया है क्योंकि आज का समाज दूषित होता जा रहा है. युवाओं में नशाखोरी की प्रवृत्ति बढ़ती जा रही है. समय-समय पर पुलिस द्वारा कार्यवाही की जाती है लेकिन इस धंधे में संलिप्त अपनी आदत से बाज नहीं आते हैं. न्यायालय से जमानत होने के बाद जेल से रिहा होते ही फिर इसी धंधे में संलिप्त हो जाते हैं क्योंकि इस धंधे से उन्हें काफी मोटी आमदनी होती है.
नशाखोरी के चलते कई परिवारों की आर्थिक स्थिति दयनीय तो होती ही है. बच्चों की शिक्षा भी अवरुद्ध हो जाती है और परिवार में आए दिन कलह उत्पन्न होता है. इस धंधे को अगर समाप्त करना है तो नशाखोरी से होने वाले नुकसान के विरुद्ध जनजागृति जहां लानी होगी वहीं दारू बनाने वालों व पीने वालों पर कठोर कार्रवाई करनी होगी.
(मनियर संवाददाता वीरेंद्र सिंह की खास रिपोर्ट)