बैरिया में वही कर्मचारी-अधिकारी रहेंगे जिन्हें विधायक चाहेंगे: शुक्ल

  • एक सप्ताह के अंदर SDM और तहसीलदार के स्थानांतरण की मांग
  • भाजपा कार्यकर्ताओं की बैठक को संबोधित किया राज्यमंत्री आनंदस्वरूप शुक्ल

बैरिया : प्रदेश के राज्यमंत्री आनंद स्वरूप शुक्ल ने कहा कि बैरिया में वही अधिकारी और कर्मचारी रहेंगे, जिसे हमारे विधायक और कार्यकर्ता चाहेंगे.

स्थानीय डाक बंगले में शनिवार को प्रदेश के राज्यमंत्री आनंद स्वरूप शुक्ल के सामने भाजपा कार्यकर्ताओं ने बैरिया के SDM और तहसीलदार का स्थानांतरण एक सप्ताह के अंदर कराने की मांग रखी. ऐसा न होने पर सरकारी दफ्तरों में भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ा आन्दोलन शुरू करने का ऐलान कर दिया.

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एक दर्जन लोगों ने राज्यमंत्री के सामने प्रशासन द्वारा किए गए उत्पीड़न की बात बताई. राज्यमंत्री ने कहा कि संयम बरतें, कार्यकर्ताओं का उत्पीड़न करने वाला बख्शा नहीं जाएगा.

उन्होंने कहा कि यूपी के योगी सरकार की जेल सीधे सच्चे कार्यकर्ताओं के लिए नहीं, ओवैसी और उस जैसे लोगों के लिए है. भ्रष्ट कर्मचारियों, अधिकारियों के लिए प्रदेश में कोई जगह नहीं है. बैरिया हो या बलिया, कहीं भी भ्रष्टाचार में लिप्त कर्मचारी और अधिकारी नहीं रहने दिये जाएंगे.

राज्यमंत्री ने कहा कि बैरिया में वही अधिकारी और कर्मचारी रहेंगे, जिसे हमारे विधायक और हमारे कार्यकर्ता चाहेंगे. हमारी सरकार है, यह सरकार हमारे विधायक सुरेंद्र सिंह की है, हमारे कार्यकर्ताओं की है. भ्रष्ट कर्मचारियों, अधिकारियों को हटाने के लिए आंदोलन की आवश्यकता नहीं है.

उन्होंने कहा कि सुरेंद्र सिंह हमारे नेता हैं, हमारे पार्टी की थाती हैं. इनकी भावनाओं का आदर मुख्यमंत्री करते हैं, मेरे तो ये अभिभावक ही हैं. उन्होंने सरकार की कल्याणकारी योजनाओं पर विस्तृत चर्चा की.

शुक्ल ने विधायक के पुत्र हजारी सिंह और उनके समर्थकों के साथ तहसील पर हुए बवाल के लिए क्षोभ जताते हुए कहा कि भाजपा कार्यकर्ताओं का सम्मान नहीं करने वाले नहीं रहने दिये जाएंगे.

उन्होंने कहा कि सरकार हमारी है, जेल में देशद्रोही, भ्रष्टाचारी और अराजकतावादी जाएंगे. मंत्री ने कार्यकर्ताओं पर दर्ज फर्जी मुकदमों की जांच कराकर समाप्त करने का भरोसा दिया.

विधायक सुरेंद्र सिंह ने भ्रष्टाचार पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि भले ही उनको जेल जाना पड़े किंतु भ्रष्ट कर्मचारियों, अधिकारियों को यहां नहीं रहने देंगे. इसके लिए कार्यकर्ताओं की राय लेकर एक सप्ताह की समय सीमा निर्धारित की है.

उन्होंने कहा कि अगर एक सप्ताह में ये अधिकारी हटा दिए गए तो ठीक है, अन्यथा वह तहसील से जबरन इन्हें निकाल कर अपमानित कर यहां से भेजेंगे. उन्होंने मंत्री के सामने पीड़ितों से ही घटनाक्रम का बयां कराया.

कार्यक्रम को वीरेंद्र शर्मा, पतिराम सिंह, मंटू बिंद, तारकेश्वर गोंड, संजीव कुमार डंपू, विजय बहादुर सिंह, अयोध्या साहू आदि ने संबोधित किया.

इससे पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष हिमांशु सिंह, गुप्तेश्वर पाठक, प्रवीण सिंह, रवि सिंह अखिलेश्वर सिंह, आदित्य तिवारी, धर्मवीर उपाध्याय ने मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ल को फूल माला पहनाया. कार्यक्रम की अध्यक्षता मंडल अध्यक्ष रत्नेश सिंह और संचालन हरिकंचन सिंह ने किया.

आरोपितों की गिरफ्तारी तक जारी रहेगा धरना

तहसीलकर्मियों का धरना तीसरे दिन भी जारी रहा. नहीं खुले तहसील के कार्यालयों के ताले.
कहीं भी कोई कामकाज नहीं हुआ. धरना पर बैठे कर्मियों की आरोपितों की गिरफ्तारी, उन पर गुंडा एक्ट, सुरक्षा के लिए तहसील में पीएसी बल की तैनाती की मांग है.

ऐसा न होने की स्थिति में उन्होंने सभी कर्मचारियों को सदर तहसील से सम्बद्ध करने की मांग की. ये मांगें पूरी होने तक हड़ताल और धरना जारी रहेगा.

वहीं रजिस्ट्रार कानूनगो पर दर्ज मुकदमे को फर्जी बताते हुए उन्होंने बताया कि इसके संदर्भ में सोमवार को बलिया में संगठन की बैठक में निर्णय लिया जाएगा.

धरना देने वालों में रजिस्ट्रार कानूनगो राधेश्याम राम, वीरेंद्र राम, बबन यादव, केदार पाठक, इंद्रभवन यादव, अवशेष राय, सुनील कुमार, श्याम सुंदर, रवींद्र पांडेय आदि कर्मचारी थे.

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