अब महुली से नहीं, दूबेछपरा गंगा तट से निकलेगी गंगा यात्रा !

  • कमिश्नर कनक त्रिपाठी ने अधिकारियों संग गंगा यात्रा की तैयारियों का लिया जायजा
  • स्थलीय निरीक्षण के बाद लिया निर्णय, पर शासन की सहमति के बाद लगेगी अंतिम मुहर

बलिया: गंगा यात्रा अब महुली घाट से नहीं, बल्कि अपने जिले के ही किसी गंगा घाट से शुरू होगी. घाट तय करने के लिए कमिश्नर कनक त्रिपाठी, डीएम श्रीहरि प्रताप शाही, विधायक सुरेन्द्र सिंह और भाजपा जिलाध्यक्ष जेपी साहू ने मंगलवार को बाकायदा भ्रमण कर स्थिति देखी.

अंत में दूबेछपरा के सामने गंगा घाट सबसे उपयुक्त जगह के रूप में चुना गया. वहीं से यात्रा शुरू होगी और पचरुखिया तक जलमार्ग से जाएगी.

दूबेछपरा में ही हेलीपैड बनाने और जनसभा कराने पर भी विचार हुआ. हालांकि तय हुआ नया कार्यक्रम शासन को जाएगा और वहां से सहमति के बाद इस पर अंतिम मुहर लगेगी.

 

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गंगा यात्रा की तैयारी को लेकर प्रशासनिक चहलकदमी तेज हो गई है. कमिश्नर ने डीएम और अन्य पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों के साथ तैयारी का स्थलीय निरीक्षण किया.

विधायक ने भी अधिकारियों संग तैयारी की समीक्षा की. मौके पर मौजूद लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को जरूरी कार्य समय से करा लेने के निर्देश दिए गए.

भ्रमण के दौरान विधायक व अधिकारियों की टीम जब महुली घाट पर पहुंची तो वहां जाने सम्बन्धी तमाम दिक्कतों को देखते हुए वहां से यात्रा नहीं निकालने का निर्णय लिया.

घाट तय करने के लिए रामपुर कोडरहा होते हुए शिवपुर की तरफ गए. वहां की जगह अनुकूल नहीं लगी. तब जाकर दूबेछपरा से यात्रा निकालने पर चर्चा हुई. विधायक व अधिकारी दूबेछपरा पहुंचे और वहां गंगा किनारे की स्थिति देखी.

…तो दूबेछपरा में होंगे सभी कार्यक्रम

गंगा यात्रा की तैयारियों को लेकर अधिकारियों ने पहले तो जेपीनगर और बिहार प्रान्त के महुली घाट तक गए. फिर बाद में दुबेछपरा को देखा. जेपीनगर की अपेक्षा दुबेछपरा में सुविधाजनक लगी.

तब जाकर यह बात हुई कि अब जनसभा भी दुबेछपरा में ही होगी. इसके लिए दुबेछपरा इंटर कालेज कैम्पस में हेलीपैड स्थल का चयन हुआ.

 

 

वहीं, दूसरी ओर जनसभा स्थल और वहां से तीन सौ मीटर की दूरी पर स्थित गंगा तट पर गंगा पूजन का कार्यक्रम निर्धारित किया गया. डीएम ने गंगा किनारे भ्रमण के दौरान जमीन की लेबलिंग व साफ-सफाई कराने के निर्देश खण्ड विकास अधिकारी को दिए. घाट की तरफ जाने वाली सड़क भी ठीक करा देने के लिए लोनिवि के इंजीनियर को निर्देशित किया.

इस दौरान भाजपा जिलाध्यक्ष जयप्रकाश साहू, सीडीओ बद्रीनाथ सिंह, एडीएम रामआसरे, डीएसओ श्रद्धा, डिप्टी कलेक्टर सर्वेश यादव, एसडीएम बैरिया अशोक चौधरी, सीओ अशोक सिंह, बीएसए शिवनारायण सिंह, डीआईओएस भास्कर मिश्र आदि मौजूद थे.

बिहार के बंधे को यूपी से मिलाने पर हुआ विमर्श

लोकनायक जयप्रकाश नारायण के गांव को बचाने के लिए क्या किया जा सकता है, इस पर डीएम ने विधायक सुरेन्द्र सिंह और अन्य अधिकारियों के साथ चर्चा की. सभी लोग जेपी के गांव के सामने नदी के किनारे तक गए. विधायक ने बताया कि बिहार की ओर से अपने बॉर्डर में जो बंधा बना दिया गया है उसको यूपी में बंधा बनाकर मिला देना है. इससे रिंग बंधे के अंदर की आबादी सुरक्षित हो जाएगी.

 

 

इसके लिए मुख्यमंत्री जी से बात हो चुकी है और कुछ धन आ भी गया है. डीएम ने बाढ़ खण्ड के अधिकारियों से बात की और कहा, धन आ गया है तो काम भी शुरू हो जाए. हर हाल में यहां गांव बचाने के लिए मजबूती से बंधा बनेगा.

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