बलिया। गुरुवार को जिलाधिकारी ने हाईस्कूल की हो रही बोर्ड परीक्षा का लिया जायजा. सीताकुंड व निरुपुर में स्कूल में परीक्षार्थी के पास से मिला मोबाइल, केंद्र व्यवस्थापक को फटकार, पूछा गेट पर कैसे होती है चेकिंग कि मोबाइल आया अंदर ? दुबहर इंटर कालेज में पीछे नकल सामग्री देख भड़के डीएम, तैनात दरोगा को दिया निर्देश-पुलिस पीछे की गतिविधियों पर रखे नजर, विद्यालय भवन के आसपास कोई न आने पाए.
ड्यूटी से नदारद कक्ष निरीक्षकों के विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई का दिया निर्देश
नकलविहीन परीक्षा कराने के लिए जिलाधिकारी का भ्रमण का सिलसिला लगातार जारी है. गुरुवार को हाईस्कूल व इण्टर की परीक्षा की दोनों पालियों में जिलाधिकारी ने स्कूलों का दौरा किया. सुबह में दुबहर, सीताकुंड व नीरूपुर की तरफ तो शाम की पाली में बेरूआरबारी क्षेत्र में जाकर परीक्षा का जायजा लिया. इस दौरान कहीं कक्ष निरीक्षक की ड्यूटी से कोई गायब था तो कहीं नियम को ताक पर रख प्रबंधक के परिवार के लोग ही कक्ष निरीक्षक की भूमिका में दिखे.
जिलाधिकारी सुबह निकले और रामनाथ इंटर कालेज दुबहड़ पहुंचे. वहां तैनात पुलिस अधिकारी को निर्देश दिया कि विद्यालय के पीछे नजर रखें. कोई भी विद्यालय भवन की खिड़की के आसपास भी दिख जाए तो उससे सख्ती बरतें. केंद्र व्यवस्थापक से कक्ष के बाहर ही परीक्षार्थियों के जूते उतरवाने का निर्देश दिया. वहां से पराश्रय ब्रह्मचर्य उच्च माध्यमिक विद्यालय सीताकुंड पर गये. वहां चार कक्ष निरीक्षक शशिभान यादव, अनीता यादव, मनोहर यादव व अनीता चैहान ड्यूटी से अनुपस्थित थीं. इन पर कार्रवाई करने का निर्देश डीआईओएस को दिया. वहां से विश्वनाथ तिवारी इंका नीरूपुर गये. वहां जिलाधिकारी ने सघन चेकिंग किया तो दो परीक्षार्थियों के पास से मोबाइल मिल गया. इस पर केंद्र व्यवस्थापक को फटकारते हुए पूछा कि कैसे गेट पर चेकिंग होती है ?
इंटर की परीक्षा के दौरान जयनारायन इंटर कालेज दुर्गीपुर बेरूआरबारी पर जिलाधिकारी पहुंचे तो वहां अफरातफरी में परीक्षार्थी नकल के छोटे-छोटे कागज फेकने लगे. उधर, विद्यालय का ही चपरासी विद्यालय के पीछे जाकर नकल सामग्री को इकट्ठा करने में लग गया। उस चपरासी को जब बुलाया गया लेकिन काफी देर बीत जाने के बाद भी हाजिर नहीं हुआ. यही नहीं, विद्यालय परिसर तक में प्रबंधक या उसके परिवार के किसी सदस्य को नही रहना है, लेकिन यहां तो प्रबंधक के परिवार के लोग भी कक्ष निरीक्षक की भूमिका में थे. इतना ही नही, प्राथमिक विद्यालय के अध्यापकों के अलावा विद्यालय में प्राइवेट लोग भी ड्यूटी पर लगाये गये थे. इस पर जिलाधिकारी ने जिला विद्यालय निरीक्षक को आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया.