बलिया: स्वतंत्रता आन्दोलन के अल्हड़ फकीर थे महानंद मिश्र. जिसके पास खुद खाने के लिये दाने नहीं थे वह जंग-ए-आजादी के क्रांतिकारियों को भोजन कराने और आश्रय देने वाले दानवीर थे. सन 42 की क्रांति में बलिया जिले को देश से पांच साल पहले आजाद कराने में महानंद जी की अहम भूमिका रही.
सन 42 की स्वराज सरकार के पुलिस कप्तान महानंद मिश्र की 47वीं पुण्यतिथि पर बापू भवन टाऊन हॉल में आयोजित समारोह में वक्ताओं ने यह बात कही. स्मृति दिवस समारोह को पूर्व प्रधानाचार्य महेन्द्र सिंह, डॉ राजकुमार गुप्ता, अब्दुल कैस तारविद्, योगेन्द्र प्रसाद गुप्ता, दिनेश शंकर यादव, पारसनाथ वर्मा, विजय बहादुर सिंह, प्रभुनाथ चौहान, राघवेन्द्र पाण्डेय, शिवमंदिर शर्मा, विजय कुमार मिश्र, अरुण त्रिपाठी , सागर सिंह राहुल आदि ने संबोधित किया.
कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व प्रधानाचार्य डॉ शत्रुघ्न पाण्डेय और संचालन शिवकुमार सिंह कौशिकेय ने किया. इस दौरान आशीष मिश्र, अनुज कुमार, जितेन्द्र तिवारी, मोतीलाल चौहान, छोटे लाल, महेन्द्र प्रसाद गुप्ता, संजीव कुमार सिंह आदि भी मौजूद थे.