विभिन्न गांवों के धार्मिक स्थलों से लाउडस्पीकर हटाए गए

मनियर, बलिया. पुलिस ने विभिन्न गांवों में पहुंच कर वहां के धर्मगुरुओं से संपर्क एवं समन्वय स्थापित करते हुए लाउडस्पीकर को उतरवाया.

इससे पहले साल 2005 में सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया था कि दिन में 55 डिसएबल एवं रात में 45 डिसएबल से अधिक आवाज में लाउडस्पीकर नहीं बजना चाहिए. सुप्रीम कोर्ट ने अपने आदेश में कहा था कि ऊंची आवाज या तेज शोरगुल सुनने के लिए मजबूर करना मौलिक अधिकार का हनन है. हर शख्स को शांति से रहने का अधिकार है. लाउडस्पीकर या तेज आवाज में अपनी बात कहना अभिव्यक्ति की आजादी के अधिकार में आता है लेकिन यह आजादी जीवन के अधिकार से ऊपर नहीं हो सकता है.

कोर्ट ने कहा था कि किसी को भी इतना शोर करने का अधिकार नहीं है कि पड़ोसियों और दूसरे लोगों को परेशानी हो. कोईभी शख्स लाउडस्पीकर बजाते हुए अनुच्छेद 19 (1) के तहत मिले अधिकार का दावा नहीं कर सकता.

इसके बाद महाराष्ट्र से उत्तर प्रदेश तक चल रहे लाउडस्पीकर विवाद के बीच योगी सरकार ने बड़ी पहल की है. सरकार ने धर्म स्थलों की थानावार सूची बनाने का आदेश दिया है तथा सरकार ने मंदिर मस्जिद सभी धार्मिक स्थलों के लिए लाउडस्पीकर बजाने की गाइड लाइन तय की है. तेज आवाज में बजाए जाने वाले लाउडस्पीकरों को उतारने का आदेश दिया है.

अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी की ओर से शासनादेश जारी किया गया है कि धार्मिक स्थलों में नियमों के पालन की सप्ताहिक समीक्षा किया जाय और पहली अनुपालन रिपोर्ट 30 अप्रैल तक शासन को भेजा जाय. धार्मिक गुरुओं से संवाद और समन्वय स्थापित कर मंदिर मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाए जाने का भी निर्देश दिया गया है.

इस आदेश के बाद पुलिस की सक्रियता बढ़ गई है तथा विभिन्न गांवों में पहुंचकर पुलिस ने वहां के धर्मगुरुओं से समन्वय स्थापित करके लाउडस्पीकर मंदिर मस्जिदों से उतरवाया.

(मनियर संवाददाता वीरेंद्र सिंह की रिपोर्ट)

 

बेल्थरारोड, बलिया. उत्तर प्रदेश सरकार के आदेश के बाद क्षेत्रीय पुलिसअधिकारी आदेश पर शुक्रवार को नगर के मंदिर मस्जिद से लाउडस्पीकर उतारा गया यह लाउडस्पीकर मंदिर के पुजारी वह मस्जिद के मौलाना के मौजूदगी में उभांव पुलिस द्वारा उतारा गया बिल्थरारोड व ग्रामीण क्षेत्र के विभिन्न मंदिर मस्जिद से निकलने वाली ध्वनि प्रदूषण को रोकने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा चलाए जा रहे अभियान के तहत नगर पंचायत के रेलवे स्टेशन मानस मंदिर, रेलवे स्टेशन रामगढ़ी मंदिर, बस स्टेशन शिव मंदिर, जमा मस्जिद, उमरगंज मस्जिद, पुलिस एवं मंदिर व मस्जिद के मौलाना की देखरेख में उतारा गया.

(बेल्थरारोड संवाददाता उमेश गुप्ता की रिपोर्ट)

 

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